मुम्बई- सुशांत सुसाइड केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब सुशांत के बहनोई ओपी सिंह और जोन के तत्कालीन डीसीपी परमजीत सिंह दहिया के बीच वाट्सएप चैट वायरल हो रही है। वायरल चैट में सुशांत के बहनोई सुशांत की हालत को लेकर चिंता जता रहे हैं। सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने बेटे की जान पर खतरे को लेकर मुंबई पुलिस को आगाह किया था।
25 फरवरी को बांद्रा पुलिस को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की थी। सुशांत के पिता ने मैसेज में कई बातें लिखी थीं। लिखा था कि डिप्रेशन के इलाज के बहाने रिया और उसके परिवार वाले उसे एयरपोर्ट के पास एक रिसॉर्ट में ले गए हैं।
तीन माह से उसे वहां रखा है। रिया ने सुशांत के सभी भरोसेमंद कर्मियों को निकाल दिया है। उसने अपने लोगों को वहां रखा है। सुशांत बहुत ही प्यारा लड़का है। उसने हमसे मदद मांगी है। साथ रहने वाला उसका क्लासमेट बाकी की चीजें बता देगा।
सुशांत के पिता केके सिंह का आरोप है कि अगर उसी वक्त मुंबई पुलिस इन बातों पर ध्यान देती है, तो शायद उनके बेटे की जान बच जाती। मुंबई पुलिस के रवैये से वे उदास हैं।
व्हाट्सएप पर शिकायत को आधिकारिक नहीं माना जाता
मुंबई पुलिस ने सोमवार रात प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि व्हाट्सएप पर की गयी शिकायत को आधिकारिक नहीं माना जाता। बिना लिखित शिकायत पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकती। मुंबई पुलिस ने साफ किया है कि केके सिंह की ओर लिखित शिकायत मुंबई पुलिस को नहीं मिली।
हालांकि पुलिस ने यह जरूर माना कि सुशांत के बहनोई ओपी सिंह और जोन के तत्कालीन डीसीपी परमजीत सिंह दहिया के बीच व्हाट्सएप चैट जरूर हुई थी, जिस पर मुंबई पुलिस ने सफाई दी है।
यह माना है कि ओपी सिंह ने वाट्सएप से सुशांत को लेकर जानकारी साझा की थी, लेकिन डीसीपी ने लिखित शिकायत मांगी थी। हालांकि ओपी सिंह चाहते थे कि यह जांच इनफॉर्मली की जाए पर जिसे डीसीपी ने मना कर दिया था।
मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
सुशांत सिंह के पिता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है। कहा है कि मुख्यमंत्री की पहल पर ही तुरंत केस दर्ज हुआ और पटना पुलिस ने तुरंत जांच भी शुरू कर दी। उन्हें मुख्यमंत्री और बिहार पुलिस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि पटना पुलिस तो अपना काम कर रही है, लेकिन मुंबई पुलिस उसे सहयोग नहीं कर रही। सुशांत के मुजरिम भाग रहे हैं।