मुंबई- 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की पंखे से झूलती लाश को किसने नीचे उतारा था, उसे लेकर हो रहे विवाद पर एम्बुलेंस के मालिक विशाल बंडगर ने अपना बयान दिया है। सुशांत के घर पर रहने वाले उनके दोस्त सिद्धार्थ पिठानी ने बताया था कि उन्होंने चाकू से फंदे को काटकर लाश को नीचे उतारा था, मगर एम्बुलेंस के ड्राइवर अक्षय और एम्बुलेंस के मालिक विशाल बंगडर ने इसे लेकर अलग बयान दिया है।
सिर्फ लाश को 7 मंजिल से नीचे लाने को की थी मदद
मगर विशाल ने बताया कि एम्बुलेंस लेकर उनके छोटे भाई अक्षय, सुशांत की लाश लेने के लिए बांद्रा स्थित फ्लैट में गये थे। लेकिन लाश उन्होंने नहीं उतारी थी। अक्षय ने 7वीं मंजिल के फ्लैट से स्ट्रेचर से लाश नीचे लाने में मदद की थी।
ये था काली पॉलिथीन का सच
लाश को ले जाने के दौरान एक काली पॉलिथीन बैग को लेकर भी सवाल खड़े किये गये थे, मगर विशाल ने कहा कि वो लाश ले जाने के लिए एक रैगजिन का कवर था, न कि उसे किसी सबूत के तौर पर थैली के लिए इस्तेमाल किया गया था। राहुल ने बताया कि जिस दिन सुशांत ने सुसाइड की थी उस दिन वो गांव में थे, इसलिए उनके भाई अक्षय एम्बुलेंस लेकर सुशांत के घर पहुंचे थे।
अक्षय जब सुशांत के घर पहुंचे तो उनकी बॉडी पहले से ही नीचे उतरी हुई थी। जिसके बाद एंबुलेंस कर्मी उनकी बॉडी को स्ट्रेचर पर लिटाकर बिल्डिंग से नीचे उतार लाए। लेकिन एंबुलेंस के व्हीलचेयर में कुछ दिक्कत आने की वजह से सुशांत की बॉडी में उस एंबुलेंस में फिट नहीं हो रही थी, इसलिए राहुल ने अपनी दूसरी एम्बुलेंस बुलवाई और फिर रवाना हुए। वहीं ड्राइवर ने बताया कि उन्हें लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। आपको बता दें कि सुशांत ने 14 जून को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।