मुंबई- दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में विसरा रिपोर्ट पहली ही आ चुकी है, अब कलीना फॉरेंसिक लैब से टॉक्सिकोलोजी, लीजिचर मार्क, नेल सैंपलिंग, स्टमक वॉश की रिपोर्ट भी आ गई है। इस रिपोर्ट में किसी भी तरह का कोई फाउल प्ले नहीं पाया गया है। वहीं विसरा रिपोर्ट से ये भी पता चला है कि सुशांत की मौत फांसी पर लटकने के बाद दम घुटने से हुई थी। मुंबई पुलिस ने जो रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौपी है, उसमें इन तमाम रिपोर्ट्स को फॉरेंसिक रिपोर्ट्स के साथ जोड़कर दिया गया है।
किसी तरह के हमले के निशान नहीं मिले
सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या के मामले में कलीना फॉरेंसिक लैब से टॉक्सिकोलॉजी, साइबर, लिजीचार मार्क, नेल सैंपलिंग, स्टमक वॉश रिपोर्ट के मुताबिके सुशांत की बॉडी में ऐसा कोई निशान नहीं है जो उनकी हत्या की ओर इशारा करता हो। नेल सैंपलिंग रिपोर्ट में किसी तरह के झपट्टे या खींचने के निशान नहीं मिले हैं।
जबकि उनके कपड़ों पर पड़े सफेद रंग के दाग उनके सलाइवा के थे जो आत्महत्या के बाद उनके मुंह से झाग के तौर पर निकले थे और कपड़ों पर ड्राई हो गए थे। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ये किसी तरह के हमले के निशान नहीं हैं। इस जानकारी की पुष्टि हुई कि सुशांत को किसी भी तरह का प्वाइजन या जहरीली चीज नहीं दी गई थी।
सीबाआई के साथ ईडी भी जुटी जांच में
बता दें, सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को मुंबई में स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी, जिसके बाद से मुंबई पुलिस लगातार इस मामले की जांच कर रही थी। वहीं, पटना में सुशांत के पिता द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के बाद बिहार पुलिस की एक टीम भी इस मामले की जांच के लिए मुंबई पहुंची थी।
अब यह मामला सीबीआई के पास है। वहीं, दूसरी ओर इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय भी अपनी जांच में जुटी हुई है। सुशांत मामले की मुख्य संदिग्ध रिया चक्रवर्ती से ईडी दो बार पूछताछ कर चुकी है। वहीं रिया भी सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दे चुकी हैं।