मुम्बई- सोमवार रात मुंबई के मलाड इलाके में क्लब क्रिकेटर करण तिवारी का शव पंखे से लटका हुआ मिला है। उनके दोस्त का आरोप है कि आईपीएल में सलेक्शन नहीं होने के कारण वह दुखी थे और उसने अपनी जान ले ली। पुलिस के मुताबिक, रात को साढ़े दस बजे गोकुलधाम कोनु कंपाउंड में करण तिवारी ने सुसाइड किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। कुरार पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा है, हमने एडीआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है।
करण के चाहने वाले उन्हें जूनियर डेल स्टेन के नाम से बुलाते थे। मुंबई के सावेनियर क्रिकेट क्लब से खेलने वाले करण तिवारी दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज थे।
फोन कर दोस्त को बताया
कोरोना काल के बीच एक के बाद एक बुरी खबर सुनने को मिल रही है। करण ने सुसाइड के बड़े फैसले को लेने से पहले उन्होंने अपने दोस्त को कॉल करके इस बात की जानकारी भी दी, लेकिन जब तक वह उसे बचा पाते तब तक करन ने सुसाइड कर ली। करन, आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट ना मिलने से बेहद निराश थे, जिसके बाद ही उन्होंने ये कदम उठाया।
आईपीएल के इस नियम ने ले ली जान
बीसीसीआई के नियमों के अनुसार वही खिलाड़ी आईपीएल में अपना नाम ड्रॉफ्ट क सकते हैं, जिन्होंने किसी भी एज ग्रुप के साथ अपनी राज्य की टीमों का प्रतिनिधित्व किया हो। लेकिन करन तिवारी ने कभी राज्य स्तर पर टीम का प्रतिनिधित्व नहीं किया था और इसलिए वह आईपीएल में अपना नाम ड्राफ्ट नहीं कर सकते थे।
राज्य टीम में चुने जाने की थी उम्मीद
करण के करीबी दोस्तों में से एक ने कहा, वह एक राज्य टीम के लिए चुने जाने की उम्मीद कर रहा था। वह इस संबंध में बातचीत कर रहा था। वह एक बहुत ही होनहार क्रिकेटर था और उसने व्हाट्सएप पर अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी के वीडियो अपलोड किए थे। चौंकाने वाली बात ये है कि उसने ऐसा कठोर कदम उठाना चुना। पुलिस सूत्रों ने यह भी कहा कि करण तनाव में था, क्योंकि उसके पास कोई नौकरी नहीं थी।