बीजिंग- भारत द्वारा PUB G समेत 118 और चीनी एप पर प्रतिबंध लगाए जाने पर चीन ने विरोध व्यक्त करने के साथ चिंता जताई है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा का दुरुपयोग कर चीनी कंपनियों पर अंधाधुंध प्रतिबंध लगा रहा है। वहीं ऐप प्रतिबंध से खिसियाया चीन अब और कुछ नहीं मिला तो उसने नोबल पुरस्कार से सम्मानित रबीन्द्रनाथ टैगोर और योग की चीन में लोकप्रियता का हवाला दे दिया है।
टैगोर की लोकप्रियता और योग की स्वीकार्यता को खतरे की तरह नहीं देखता
ऐप प्रतिबंध से खिसियाए चीन हास्यास्पद बयान दे रहा है। अब चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीनी नागरिकों के बीच टैगोर की कविता की लोकप्रियता और योग की व्यापक स्वीकार्यता को चीन अपने लिए घुसपैठ या खतरे के तौर पर नहीं देखता है। वहीं चीन ने भारत सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर चीनी मोबाइल ऐप्स को बंद करने के भेदभावपूर्ण कार्रवाई को रोके।
गौरतलब है कि भारत ने डेटा सुरक्षा जोखिम का हवाला देते हुए बुधवार को मशहूर वीडियो गेम पब्जी समेत 118 मोबाइल एप्स पर पाबंदी लगाने की घोषणा की थी। पब्जी में चीन की कंपनी टेनसेंट होल्डिंस लिमिटेड की हिस्सेदारी है। जिन ऐप पर रोक लगाई गई है उनमें पब्जी समेत बाईडु कैमकार्ड बिजनेस, वीचैट रीडिंग, वूव मीटिंग- टेनसेंट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, स्मार्ट ऐप लॉक, ऐपलॉक जैसे ऐप शामिल हैं।
इससे पहले सरकार ने 15 जून को 59 चीनी एप्स को बैन किया था। इसमें टिकटॉक और यूसी ब्राउजर जैसे लोकप्रिय ऐप शामिल थे। इसके बाद 47 एप्स पर प्रतिबंध लगाया गया। वहीं, चाइनीज ऐप्स को भारत में तीसरी बार बड़ा झटका लगा है। इसके जरिए सरकार ने चीन को बड़ा आर्थिक झटका दिया है।
चीन की गीदड़ भभकी भारत अपनी भूल सुधारे
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा वह चीनी मोबाइल ऐप बैन करने के भारत के कदम का कड़ा विरोध करता है। भारत के इस कदम से चीनी निवेशकों और सेवा प्रदाताओं के कानूनी हितों का उल्लंघन हुआ है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा कि चीन भारत से अपनी भूल सुधारने के लिए कहता है।