बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ खास वक्त नहीं बचा है. इस विधानसभा चुनाव से पहले ही एनडीए में मतभेद जारी होता जा रहा है. दरअसल, चिराग पासवान इस चुनाव में NDA से अलग होने के लिए पूरी तैयारी कर चुके हैं, और जल्द ही अंतिम फैसला भी लेने वाले हैं. एनडीए में नीतीश और चिराग पासवान के बीच काफी विवाद भी बढ़ गया है. चुनाव में जेडीयू पहले ही एलजेपी को को अलग करने का इशारा कर चुके हैं.
इसमें बीजेपी भी चिराग पासवान को अब कम सीटें देने के मूड में दिखाई दे रही है. हम आपको बता दें कि, भाजपा ने LJP को पहले तो सिर्फ 20 या 25 सीटें देने की बात कही थी, लेकिन अब बीजेपी बिहार के चुनाव में LJP लोक जनशक्ति पार्टी को बस 25 ही सीटें देने के लिए तैयार है. चिराग पासवान को यह बात बिल्कुल भी रास नहीं आ रही है. मामला काफी गर्म होता जा रहा है.
चिराग पासवान बिहार के जमुई से सांसद है. LJP के अध्यक्ष चिराग पासवान अब सीटों का बंटवारा तार्किक आधार पर करना चाहते हैं. LJP के प्रमुख का भी यही मानना है कि, उनकी तरफ कम से कम 30 सीटें तो हो नहीं चाहिए. इन्हीं सीटों को लेकर अब विवाद काफी बढ़ता जा रहा है. BJP और LJP के साथ-साथ अब जेडीयू के बीच भी यह मामला फंसता चला जा रहा है. सभी अपने हिसाब से मनपसंद से देख लेना चाहते हैं.
LJP में चिराग पासवान ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयारी पहले ही कर ली है और उन्होंने इस बात के संकेत भी दे दिए हैं. चिराग पासवान बिहार जमुई या फिर सीतामढ़ी के विधानसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर सकते हैं. वह वहां पहले से ही सांसद भी है. उनकी पार्टी के सभी नेताओं ने मिलकर इस चुनाव को अकेले लड़ने के लिए पहले ही अपनी मांग सामने रख दी है.
जानकारी मिल रही है कि, अब चिराग पासवान ने इस मामले पर अंतिम फैसला लेने का निर्णय कर लिया है. चिराग पासवान पहले भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर इस बात पर टिप्पणी कर चुके हैं.
चिराग पासवान के अंतिम फैसले के बाद LJP के एनडीए से बाहर चले जाने वाली पार्टी में जो मंथन चल रहा है, उसकी तस्वीरें और सच्चाई भी जल्द ही सामने आ जाएंगी. इस मामले को लेकर पार्टियों में विवाद काफी हद तक बढ़ चुका है. फिलहाल, एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर जो भी फैसला बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आएगा वह जल्द ही पता चलने वाला है.