बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से लगातार न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया पर यही मामला सुर्खियों में नजर आ रहा है. ड्रग्स एंगल का मामला सामने आने के बाद लगातार इसी बात पर बहस छिड़ी हुई है. सभी न्यूज़ चैनल सुशांत सिंह राजपूत के केस को लेकर अपनी कवरेज दिखा रहे हैं. इसी बीच एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार का सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में रवीश कुमार ने भोजपुरी भाषा में न्यूज़ चैनल और अखबार से जुड़ी कई बातें कही है. इस वीडियो में उन्होंने कई मुद्दों पर सवाल जवाब किए हैं.
वायरल हो रहे हैं वीडियो में रवीश कुमार ने न्यूज़पेपर के बारे में जुड़ी कई बातें की है उन्होंने कहा कि, ”जो भी अखबार पढ़ने जा रहे हैं, उनमें कुछ भी नहीं छपता है, उनमें कोई भी खबर नहीं है, गोबर छाप देते हैं, और दो दो सौ रुपए लेकर बेचते हैं. सरकार के साथ मिलकर यह धंधा कर रहे हैं”. भोजपुरी भाषा में वह कहते हैं, (हाउ अखबार पढ़त बानी वह मा खाली गोबर छपत बा). इतना नहीं अपने इस वीडियो में उन्होंने बिहार के चुनाव को लेकर भी सवाल उठाए हैं. बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि रोजगार पर भी ध्यान दीजिए आंखें खोलिए.
लॉक डाउन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि, ”सिर्फ दो-तीन महीने अनाज देने से कुछ नहीं होने वाला है, सभी अकाउंट में पांच ₹500 जो भी भेजे गए हैं, उससे कब तक आम आदमी अपना खर्चा चला पाएगा. रोजगार की बात करते हैं उन्होंने कहा कि, सभी को रोजगार भत्ता मिलना चाहिए”.
रवीश कुमार ने जनता से सवाल करते हुए कहा कि, ”आप लोग अखबार क्यों ले रहे हैं जब उसमें कुछ छपता ही नहीं है, उसमें कोई पत्रकारिता भी नहीं है. इससे अच्छा है आप इन पैसों को बचाइए या फिर इनसे मिठाई खरीद कर खा लीजिए. अखबारों में कोई भी जानकारी नहीं मिलती है, सौ दो सौ रुपए लेकर यहां लोग अपना धंधा कर रहे हैं. सुबह-सुबह अखबार खोल कर बैठ जाते हैं, जिनमें कुछ भी नहीं छपता. इससे अच्छा आप यहां पैसा गांव में बांट दीजिए”.
वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने कहा कि, ”अस्पतालों की हालत खराब चल रही है, सरकारी अस्पताल में कितने डॉक्टर है, कितने नहीं है? इस बात की कोई जानकारी नहीं है. इलाज के लिए बीमा पॉलिसी दी जा रही है, क्या बीमा पॉलिसी से इलाज होता है?? एक्स-रे और कई जांच मशीन खराब पड़ी हैं, डॉक्टर सामने नहीं है, जो आपको आला लगाकर बीपी चेक कर सके, जब डॉक्टर ही सामने नहीं है तो इलाज कैसे होगा. इस बात को कठोरता से लीजिए और जांच की जानी चाहिए. नेताओं से क्या मिल रहा है? इस बात को समझिए है जो चीज चाहिए वह नहीं मिल रही है”.
सुशांत सिंह राजपूत के मामले पर रवीश कुमार ने कहा कि, ”तीन चार महीने से न्यूज़ चैनलों और अखबारों में यही सब ड्रामा चल रहा है, कोई भी पढ़ाई की बात नहीं कर रहा है. पढ़ाई, रोजगार और नौकरी के बारे में कोई कुछ भी बात करता नहीं दिखाई दे रहा है. सभी की नौकरी चली गई है, इस बारे में कोई भी बात नहीं करता. बस यही ड्रामा देश में लगा रखा है, क्या आप लोगों को ऐसा ही देश चाहिए?”.
इस वीडियो में वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने इस तरह के कई और बड़े मुद्दों लेकर सवाल उठाए है. उन्होंने कई न्यूज़ चैनल और अखबार पर भी निशाना साधा. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.