IND vs ENG: मौजूदा समय में टीम इंडिया के खिलाड़ी आईपीएल में अपना शानदार कमाल दिखाते नजर आ रहे हैं, जिसके बाद भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड (IND vs ENG) का दौरा करेंगे, जहां पर जून से अगस्त में दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है. इस सीरीज के साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र का आगाज हो जाएगा.
इस सीरीज के साथ टीम इंडिया के एक ऐसे खिलाड़ी की वापसी होने जा रही है, जिसने 6 साल से इस फॉर्मेट में कोई भी मैच नहीं खेला है।
IND vs ENG: इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में होगी इस खिलाड़ी की वापसी
हम टीम इंडिया के जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं हार्दिक पांड्या है जिन्होंने आखिरी बार 6 साल पहले टेस्ट मैच खेला था. चोट से परेशान भारत के शीर्ष ऑल राउंडर और मुख्य रूप से सफेद गेंद के फॉर्मेट के खिलाड़ी रहे हैं लेकिन गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के साथ ही एक नए युग में हार्दिक पांड्या अब लाल गेंद के क्रिकेट में वापसी करने के लिए तैयार है.
माना जा रहा है कि टीम की जरूरत को देखते हुए इंग्लैंड के खिलाफ (IND vs ENG) हार्दिक पांड्या की वापसी हो सकती है जिनके आने से टीम को काफी ज्यादा संतुलन मिलेगा. नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के चक्र में भारत को इंग्लैंड के अलावा साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसमें हार्दिक पांड्या भारत के लिए सबसे मजबूत कड़ी साबित हो सकते हैं.
6 साल से नहीं खेला कोई मैच
हार्दिक पांड्या अपने आप को चोट से बचाने के कारण लगातार टेस्ट फॉर्मेट से दूर नजर आ रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस फॉर्मेट में लगातार खेलने के कारण वह पहले भी चोटिल हो चुके हैं जिस कारण उन्हें वनडे और टी-20 से भी दूर रहना पड़ा था लेकिन अब माना जा रहा है कि 6 साल बाद हार्दिक पांड्या टीम इंडिया की जर्सी में नजर आ सकते हैं.
अगर हार्दिक के टेस्ट करियर पर एक नजर डालें तो उन्होंने अभी तक टेस्ट में 11 मैच खेलते हुए 18 पारियों में 532 रन बनाए हैं जहां गेंदबाजी में उनके नाम 17 विकेट दर्ज है.
इंग्लैंड के खिलाफ शानदार है रिकॉर्ड
इंग्लैंड (IND vs ENG) के खिलाफ हार्दिक पांड्या हमेशा से शानदार प्रदर्शन करते नजर आए हैं. यही वजह है की टीम इंडिया को इस बार फायदा होता नजर आएगा. इससे पहले इंग्लैंड में हार्दिक ने जो टेस्ट सीरीज खेला, वहां पर उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से भी कमाल का खेल दिखाया था.
यही वजह है कि टीम में उनके आने से एक अतिरिक्त बल्लेबाज और गेंदबाज की जरूरत पूरी होगी. इस कारण टीम इंडिया को किसी अन्य विकल्प की ओर देखना नहीं पड़ेगा.