Flood In Pakistan: भारत का पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान हर समय किसी ना किसी नई मुसीबत के चक्कर में फंसा रहता है। पिछले कई दिनों से खाने की किल्लत का वह सामना कर रहा था। लेकिन अब प्राकृतिक आपदा का भी सामना उसे करना पड़ रहा है। पाकिस्तान में इन दिनों बाढ़ (Flood In Pakistan) के हालत है और ऐसे में पाकिस्तान का कई हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ चुका है।
पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ का कहर
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस साल पाकिस्तान में 26 जून से मानसूनी बारिश शुरू हो गई है और अनियमित बारिश के कारण हुए हादसों में 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। कई बड़े शहरों में 150 से 250 मिमी बारिश हुई है। जिससे जलभराव हो गया है।
बाढ़ से अब तक पाकिस्तान में सैकड़ों की जान गई
पाकिस्तान मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जुलाई और अगस्त में रिकॉर्ड तोड़ बारिश होगी। जिससे नदियां उफान पर होगी और अचानक बाढ़ (Flood In Pakistan) और जलभराव की स्थिति पैदा होगी। पाकिस्तान में भारी मानसूनी बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण 26 जून से अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले हफ़्ते प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने 11 से 17 जुलाई तक खैबर पख्तूनख्वा में भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है।
इन इलाकों में बने रहेंगे बाढ़ के हालत
पाकिस्तान में मानसून जून से सितंबर तक रहता है और भारी बारिश हर साल बाढ़ (Flood In Pakistan) , भूस्खलन और विस्थापन का कारण बनती है। ये समस्याएं विशेष रूप से घनी आबादी वाले और कम जल निकासी वाले इलाकों में बढ़ जाती हैं। सिंध के थारपारकर, मीरपुर खास, संघार, सुक्कुर, लरकाना, दादू, जैकोबाबाद, खैरपुर और शहीद बेनज़ीराबाद में 14 से 16 जुलाई तक भारी बारिश और तूफ़ान का अनुमान लगाया गया था।
सिंधु, झेलम जैसी नदियों में बढ़ेगा जल प्रवाह
रिपोर्ट के अनुसार, सिंधु, काबुल, झेलम और चिनाब सहित सभी प्रमुख नदियों में जल प्रवाह बढ़ने की संभावना है। बलूचिस्तान के झाल मग्सी, कच्ची, सिबी, किला सैफुल्लाह, झोब और मूसाखेल ज़िलों में अचानक बाढ़ (Flood In Pakistan) आने की संभावना है। इसके साथ ही दक्षिणी बलूचिस्तान के खुजदार, अवारन, लासबेला और कलात जिलों में स्थानीय बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है।
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