Team India: इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में जारी टेस्ट मैच में भारतीय टीम का प्रदर्शन कुछ खास अच्छा नहीं रहा है। 5 मुकाबलों की श्रृंखला में अंग्रेज 2 – 1 से आगे हैं और मैनचेस्टर का मैदान फ़तेह करने के साथ ही वे सीरीज भी अपने नाम कर लेंगे। दूसरी तरफ भारतीय फैंस को एक बार फिर निराशा झेलनी पड़ेगी, जो 2007 के बाद से इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला जीतने का इंतजार कर रहे हैं।
इसी बीच दो भारतीय खिलाड़ियों को लेकर चर्चा तेज हो गई है, जिन्हे एक समय पर टीम इंडिया (Team India) की सबसे मजबूत कड़ी माना जाता था, लेकिन गौतम गंभीर की जिद ने उन्हें भारतीय स्क्वाड से दूर कर दिया। आइये आपको इस मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं।
इन दो खिलाड़ियों को किया बाहर

कभी भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे आज टीम से बाहर हैं। ये वही दो खिलाड़ी हैं, जिनकी धैर्यपूर्ण बल्लेबाज़ी और अनुभव ने भारत को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी कठिन जगहों पर जीत दिलाई। इनकी बदौलत टीम इंडिया (Team India) टेस्ट में नंबर वन बनी। लेकिन अब गौतम गंभीर के कार्यकाल में जिस तरह से युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है, उसने टीम की स्थिरता को हिला कर रख दिया है।
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टेस्ट क्रिकेट खेलते थे चेतेश्वर पुजारा
पुजारा उस दौर के खिलाड़ी हैं, जब टेस्ट क्रिकेट में टिककर खेलने को सबसे बड़ी ताकत माना जाता था। उन्होंने अपने बल्ले से कई बार यह साबित किया कि रन बनाने से ज्यादा ज़रूरी होता है क्रीज़ पर समय बिताना। ब्रिसबेन, सिडनी, जोहान्सबर्ग या नॉटिंघम हर मैदान पर उन्होंने गेंदबाज़ों की धैर्य की परीक्षा ली। उनकी तकनीक और मनोबल ने भारत को कई टेस्ट मैचों में वापसी कराई। लेकिन आज, एक नई सोच के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया है, और नतीजा सबके सामने है। टॉप ऑर्डर चरमराया हुआ दिखता है।
अजिंक्य रहाणे थे असली संकटमोचक
अजिंक्य रहाणे ने हमेशा टीम (Team India) के लिए मुश्किल समय में आगे आकर जिम्मेदारी ली। मेलबर्न हो या लॉर्ड्स रहाणे ने बार-बार यह दिखाया कि उन्हें बड़े मौकों का खिलाड़ी क्यों कहा जाता है। कप्तान के तौर पर भी उन्होंने विराट कोहली की गैरहाज़िरी में टीम को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। फिर भी उन्हें बाहर कर देना, और वो भी तब जब टीम लगातार संघर्ष कर रही है, एक सोचनीय फैसला लगता है।