Anil Ambani: उद्योगपति अनिल अंबानी (Anil Ambani) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 17,000 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में शनिवार सुबह आरकॉम और अनिल अंबानी के मुंबई स्थित ठिकानों पर छापेमारी की.
सीबीआई के अधिकारी सुबह करीब सात बजे कफ परेड के सीविंड स्थित अंबानी के आवास पर पहुँचे. सूत्रों के अनुसार, सात से आठ अधिकारी परिसर में पहुँच चुके हैं और तब से तलाशी ले रहे हैं.
पहले ईडी अब CBI ने मारा छापा
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— NDTV (@ndtv) August 23, 2025
तलाशी के दौरान अंबानी और उनके परिवार के सदस्य आवास पर मौजूद थे. सीबीआई की यह कार्रवाई कथित ऋण धोखाधड़ी मामले की जांच के तहत हुई है, जिसमें एजेंसी रिलायंस एडीए समूह से जुड़ी कंपनियों में अपनी जांच का विस्तार कर रही है.
इससे पहले 4 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनियों से जुड़े कथित 17,000 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में कार्रवाई की थी. अनिल अंबानी को समन जारी करने के कुछ दिनों बाद एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पूछताछ के लिए अपने कई शीर्ष अधिकारियों को समन जारी किया.
क्यों फंसे Anil Ambani?

जांच अधिकारी यस बैंक द्वारा अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनियों को दिए गए भारी ऋण की जांच कर रहे हैं और यह भी देख रहे हैं कि क्या ऋण राशि अन्य समूह कंपनियों या शेल कंपनियों को हस्तांतरित की गई थी. अनिल अंबानी ने ऋण धोखाधड़ी मामले में दस्तावेज जमा करने के लिए ईडी से 10 दिन का समय मांगा था, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इसका पूरी तरह से पालन नहीं किया है.
करोड़ों का हुआ नुक्सान
जांच अधिकारियों ने बैंक से लिए गए कर्ज के दुरुपयोग का पता लगाने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं. सीबीआई और ईडी दोनों ही इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को रिलायंस कम्युनिकेशंस के खिलाफ मामला दर्ज किया, क्योंकि यह बताया गया था कि धोखाधड़ी से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।