Cheteshwar Pujara: भारतीय टेस्ट टीम के दीवार कहे जाने वाले दिग्गज पूर्व बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उनके संन्यास की खबर सुनकर फैन्स भावुक हो गए, क्योंकि पुजारा को लंबे समय से भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ की हड्डी माना जाता रहा है।
मुश्किल परिस्थितियों में डटे रहकर टीम को सहारा देने वाले पुजारा को उनकी धीमी लेकिन मजबूत बल्लेबाजी शैली के जाना जाता है। हालांकि अब उनके करियर को लेकर एक नई और अहम अपडेट सामने आई है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को राहत दी है।
फिर मैदान में दिखाई देंगे Cheteshwar Pujara

दरअसल, पुजारा (Cheteshwar Pujara) भले ही मैदान पर अब बल्ला घुमाते नजर न आएं, लेकिन उनका क्रिकेट से नाता पूरी तरह खत्म नहीं होगा। खबरों के मुताबिक, पुजारा अपने भविष्य को लेकर दो विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। इनमें पहला है कमेंट्री और दूसरा है कोचिंग।
यानी आने वाले दिनों में क्रिकेट प्रेमी उन्हें या तो कमेंट्री बॉक्स से खेल का विश्लेषण करते हुए देख सकते हैं, या फिर युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करते हुए मैदान पर।
यह भी पढ़ें: दारू और मौज-मस्ती में बर्बाद कर बैठे करियर, पृथ्वी शॉ की तरह इन 3 खिलाड़ियों का भी हुआ बुरा हाल
बन सकते है बेहतरीन विश्लेषक
कमेंट्री की बात करें तो पुजारा (Cheteshwar Pujara) अपनी शांत स्वभाव, गहरी सोच और खेल की बारीक समझ के लिए जाने जाते हैं। यही गुण उन्हें एक बेहतरीन विश्लेषक बना सकते हैं। वे मैदान पर धैर्य और तकनीक से विपक्षी गेंदबाजों का सामना करते थे, वही नजरिया अगर कमेंट्री में दिखा तो दर्शकों को खेल का अलग ही दृष्टिकोण मिलेगा।
युवा खिलाड़ियों का कर सकते है ट्रेंड
वहीं, कोचिंग उनके लिए दूसरा बड़ा विकल्प है। पुजारा (Cheteshwar Pujara) हमेशा से ही तकनीकी बल्लेबाजी और धैर्यपूर्ण खेल के लिए मशहूर रहे हैं। ऐसे में अगर वे युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते हैं तो भारतीय क्रिकेट को आने वाले समय में कई मजबूत बल्लेबाज मिल सकते हैं। उनके अनुभव से नई पीढ़ी को कठिन परिस्थितियों में टिके रहने और सही शॉट चयन करने की कला सीखने का मौका मिलेगा।
टीम इंडिया के लिए खेल चुके है 100 से ज्यादा टेस्ट
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने अपने करियर में 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले और कई बार टीम इंडिया को मुश्किल हालात से बाहर निकाला। उनका करियर बताता है कि मेहनत, लगन और धैर्य से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। अब जब उन्होंने बल्ला रख दिया है, तो उनकी नई पारी कमेंट्री और कोचिंग के रूप में शुरू हो सकती है।
यह भी पढ़ें: भारतीय खिलाड़ी ने दिखाई इंसानियत, गरीब कोच को दी महंगी कार और बहनों का कराया ब्याह