Vaibhav Suryavanshi: भारतीय क्रिकेट में इन दिनों वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) का नाम तेजी से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। महज 14 साल की उम्र में रिकॉड तोड़ प्रदर्शन करने वाले वैभव सूर्यवंशी को लेकर अब टीम इंडिया में शामिल करने की मांग उठने लगी हैं। अब इस मांग को आवाज दी है, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने, जिन्होने वैभव की तुलना महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से कर डाली है।
Vaibhav Suryavanshi को टीम इंडिया में खेलते देखना चाहते है शशि थरूर

दरअसल, हाल ही में वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसने पूरे क्रिकेट जगत को चौंका दिया। उन्होंने बिहार की ओर से खेलते हुए अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ महज 84 गेंदों में 190 रन की विस्फोटक पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से 16 चौके और 15 छक्के निकले। इतना ही नहीं, उन्होंने महज 36 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया और लिस्ट-A क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। उनकी इस ऐतिहासिक पारी पर अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी प्रतिक्रिया दी और वैभव की तुलना महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर से कर डाली।
यह भी पढ़ें: वनडे क्रिकेट में महातूफान! 6,6,6,6,6,6,6… इस टीम ने ठोक दिए 506 रन, इंग्लैंड का 498 भी टूटा घमंड
शशि थरूर ने कही ये बात
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि, “आख़िरी बार जब किसी 14 साल के खिलाड़ी ने इतनी असाधारण क्रिकेट प्रतिभा दिखाई थी, तो वह सचिन तेंदुलकर थे और हम सभी जानते हैं कि आगे चलकर वह क्या बने। फिर हम किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं? वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) को भारत के लिए मौका दीजिए!”
The last time a fourteen year old showed such prodigious cricketing talent, it was Sachin Tendulkar — and we all know what became of him. What are waiting for? VaibhavSuryavanshi for India!@imAagarkar @GautamGambhir @bcci @sachin_rt https://t.co/BK9iKqBGV2
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 24, 2025
इस साल जड़े कई शतक
साल 2025 में अलग-अलग फॉर्मेट में कई शतक जड़ चुके वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने अंडर-19 एशिया कप में भी शतकीय पारी खेलकर अपनी प्रतिभा साबित की थी। हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए दोनों मुकाबलों में वह बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। खासकर फाइनल मुकाबले में उनसे एक बड़ी और जिम्मेदार पारी की उम्मीद थी, क्योंकि पाकिस्तान ने भारत के सामने 348 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा था। ऐसे में टीम को वैभव से क्रीज पर टिककर लंबी पारी खेलने की दरकार थी। उन्होंने अच्छी शुरुआत की और 10 गेंदों में 26 रन बनाए, लेकिन इस तेज़ शुरुआत को वह बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके।
आपको बता दें, विजय हजारे ट्रॉफी का यह मुकाबला टूर्नामेंट में उनका पहला मैच था और प्रतियोगिता अभी लंबी है। ऐसे में सभी की निगाहें अब आने वाले मुकाबलों पर टिकी होंगी, जहां यह देखना दिलचस्प होगा कि वैभव सूर्यवंशी कैसे अपने दमदार प्रदर्शन की छाप छोड़ते है।
यह भी पढ़ें: IPL 2026 से पहले RCB को लगेगा तगड़ा झटका, गिरफ्तार होगा 5 करोड़ी खिलाड़ी
