मसाला की कंपनी MDH (महाशिया दी हट्टी) की स्थापना करने वाले महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 वे साल में निधन हो गया। धर्मपाल की पहचान उनके द्वारा स्थापित MDH के विज्ञापन और डिब्बों पर उनकी तस्वीर की वजह से काफी पहचान मिली। बता दें उनके ऐसे पाँच विज्ञापन है जो काफी पॉपुलर हुआ था।
बचपन में ये एड काफी देखा होगा आपने, जो एक गाने के साथ एड था, जिसमे कहा जा रहा था कि शाही पनीर हो या जलजीरा मसाला,कसूरी मेथी या देगी मिर्च, असली मसाले सच सच MDH MDH।
धर्मपाल जी का ये ऐड शादी के बरातियों पर फिल्माया गया ये खूब लोकप्रिय हुआ था। इन विज्ञापनों ंमें ना सिर्फ मसाले के साथ साथ रेसिपी की भी बात होती थी।
एमडीएच मसाले कंपनी का नाम उनके पिता के कारोबार पर आधारित है। उनके पिता ‘महशियान दी हट्टी’ के नाम से मसालों का कारोबार करते थे। वही इस विज्ञापन में धर्मपाल खुद बिरयानी बनाना सिखा रहे हैं। उनके विज्ञापनों में हमेशा से ही भारतीय परंपरा, पारिवारिक मूल्य भी देखने को मिले। जिसमे वे परंपरा के साथ बताते नजर आ रहे है।
धर्मपाल अपने मसाले का ऐड खुद करते हैं। धर्मपाल को दुनिया का सबसे उम्रदराज एड स्टार माना जाता है। वही पिछले साल में ही इन्होंने इस एड को बनाया था।
असली इंडिया वाला यह विज्ञापन आपकी पुरानी यादें ताजा कर देगा। देश के मसाला उद्योग में MDH सबसे बड़ा नाम है, जिसके संस्थापक धर्मपाल गुलाटी हैं। इनका जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में 1922 में हुआ था। बंटवारे के बाद उनका परिवार दिल्ली आ गया और मसाले का कारोबार शुरू किये। इनका ये कारोबार अब पूरे देश-विदेश में फैल चुका है। कंपनी का कारोबार 1500 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बताया जाता है।
वही धर्मपाल जी 3 दिसम्बर को आखिरी सांस लिए । कारोबार और फूड प्रोसेसिंग में योगदान के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले साल महाशय धर्मपाल को पद्मविभूषण से सम्मानित किया था।