सिडनी के मैदान में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना तीसरा टेस्ट 7 जनवरी को खेलेगी. जिसके लिए बीसीसीआई द्वारा इस मैच के लिए नयी प्लेइंग एलेवन की घोषणा कर दी गयी है. जिसमें टीम इंडिया 2 बड़े बदलावों के साथ विरोधी टीम के खिलाफ मैदान में उतरेगी. इस नए एकादश में मयंक की जगह रोहित शर्मा और चोटिल उमेश यादव की जगह नवदीप सैनी को शामिल किया गया है जबकि क्यास लगायी जा रही थी कि उमेश की जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में शामिल किया जायेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो सका ऐसे में कहा जा सकता है कि रहाणे भी विराट की तरह नाइंसाफी पर उतर आये हैं.
नवदीप सैनी को लिया गया टीम में
आपको बता दें टीम इंडिया ने सिडनी टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में चोटिल उमेश यादव की जगह नवदीप सैनी को शामिल किया है. मालूम हो दूसरे टेस्ट में मेलबर्न के मैदान में गेंदबाजी के दौरान उमेश यादव की कलाई में चोट लग गई थी. इसके बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया था कि उनकी जगह पर टीम में किसे शामिल किया जाए. वही टीम इंडिया के पास तीन उम्दा विकल्प मौजूद थे, जिसमें टी नटराज, शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी शामिल थे.
लेकिन टीम मैनेजमेंट ने शार्दुल ठाकुर की जगह नवदीप सैनी को चुन लिया है अब देखने वाली बात यह है कि तीनों खिलाड़ियों में से सबसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर है फिर भी टीम मैनेजमेंट ने उनको छोड़कर नवदीप सैनी को चुन लिया है और तो और वह भारतीय क्रिकेट में डेब्यू भी कर चुके हैं.
शार्दुल ठाकुर थे प्लेइंग इलेवन में शामिल होने के हकदार
आपको बता दें स्टार गेंदबाज शार्दुल ठाकुर एचडी में लगातार बने हुए हैं लेकिन अभी तक उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया है, जहां उमेश यादव के चोटिल हो जाने के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि शार्दुल ठाकुर को उनकी जगह पर शामिल किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका. अब बड़ा सवाल यह उठता है कि विराट कोहली की तरह अजिंक्य रहाणे भी उम्मीदवार खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने लगे हैं.
शार्दुल ठाकुर पिछले ढाई से कतार में थे
पिछले ढाई साल से शार्दुल ठाकुर अपने डेब्यू मैच के बाद टेस्ट टीम में खेलने के लिए इंतजार कर रहे थे. वही शार्दुल ठाकुर को टेस्ट टीम प्लेइंग इलेवन टीम में शामिल हुए ढाई साल से ज्यादा हो चुके हैं. अब ऐसे में देखना दिलचस्प रहेगा कि अजिंक्य रहाणे की नजर कब उन पर पड़ती है.