शरीर में ऑक्सीजन बने रहने के लिये फेफड़ो को मजबूत रहना जरूरी है। शरीर में ऑक्सिजन लेवल 95 फीसदी रहना बहुत जरूरी है। लेकिन अगर आप का फेफड़ा मजबूत नही है तो आप का ऑक्सीजन लेवल धीरे-धीरे गिरने लगता है। ऐसे में फेफड़ो को मजबूत रखना बहुत जरुरी है।
एक इंसान के शरीर मे ऑक्सीजन की जरूरत होती है, जिससे वह चल सके। ऐसे में लंग्स का काम करना बहुत जरूरी है। लंग्स का काम होता है पूरे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई करना, लंग्स खून के जरिये पूरे बॉडी में ऑक्सीजन की सप्लाई करता है। और साथ-साथ कॉर्बन डाई ऑक्साइड का लेवल भी मेंटेन करना, लेकिन जब शरीर का फेफड़ा कमजोर हो जाता है तो शरीर मे ऑक्सीजन लेवल धीरे-धीरे गिरने लगता है। अगर 90 फीसदी से कम होता है तो वह शरीर के लिए खतरनाक साबित हो जाता है। इस लिए फेफड़े को सही और हेल्दी रखना बहुत जरूरी होता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन लेवल 95 फीसदी बना रहे।
वहीं इस वक़्त मरीज के लिए ये ज्यादा दिक्कत पड़ रहा है। और उनके शरीर में ऑक्सीजन लेवल गिरने लगता है और एक दो दिन में धीरे धीरे गिर कर के 80 फीसदी से नीचे चला जाता है। जिसके बाद ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इस लिए ऑक्सीजन का जरूरत जरूरी हो जाता है अगर ऑक्सीजन नही मिले तो हालात गंभीर होने लगता है। इसलिए अपने फेफड़ों को मजबूत और ख्याल रखना चाहिए इसके लिए कुछ हर्बल नुस्खे हैं, जो खाने से आप के फेफड़े मजबूत होते हैं और शरीर में ऑक्सीजन लेवल की सप्लाई करने में कोई कमी नही करते हैं।
पिपली
पिपली का सेवन करके आप अपना फेफड़ा मजबूत रख सकते हैं। बता दे पिपली में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन अमिनो एसिड, विटामिन,एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों के अलावा मिनरल्स और कुछ मात्रा में पानी और ऑक्सीजन पाई जाती है, जिससे आप के फेफड़े मजबूत रहते हैं।
मुलेठी
मुलेठी का सेवन करने से सर्दी जुकाम, बुखार और फेफड़ों को मजबूत करने में मदद करता है। इसमे विटामिन बी, ई के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सिलिकॉन, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन 3 से 5 ग्राम पाऊडर के रूप में करना चाहिये।
तुलसी
तुलसी फेफड़ों को हेल्दी रखने में काफी मददगार है। इसे हर रोज सुबह 4-5 पत्तियां चबाना चाहिए। तुलसी के पत्ते में अधिक मात्रा में पोटैशियम, क्लोरोफिल मैग्नीशियम, आयरन, कैरेटिन और विटामिन सी की मात्रा पाया जाता है।
इसके अलावा आप तुलसी और गिलोय का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं, जिससे आप के शरीर और फेफड़े के लिए काफी फायदेमंद होता है।
अडूसा
अडूसा का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है इसे वासा का पौधा भी बोला जाता है। इसकी पत्तियों में अलकोलाइड, सैपोनिन, टैनिन , फिनोलिक्स, फ्लैवोनोइड्स जैसे फाइटो-केमिकल्स की प्रचुर मात्रा होती है। जिसका सेवन करके सर्दी-जुकाम, बुखार, गठिया, एनिमिया से छुटकारा पाने के साथ फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है। इसकी पत्तियों का 10-15 मिली रस रोजाना पी सकते हैं। इसके साथ ही इगर पाउडर ले रहे हैं तो 3-6 ग्राम से ज्यादा न लें।
त्रिफला
त्रिफला का पाऊडर आंवला, हरड़ और बहेड़ा का 1:2:3 के अनुपात में मिला कर बनाया जाता है। इसका काम इम्युनिटी बूस्ट के साथ साथ पेट को हेल्दी करने में मदद करता है। इसको आप रात के समय सोने से पहले 1 चम्मच खा सकते हैं। और चाहे तो पानी में भिगोकर सुबह के समय सेवन कर सकते हैं।
अगर आप ये हर रोज सेवन करें तो आप के शरीर में ऑक्सीजन र इम्युनिटी की कोई कमी नही होगा और आप हर रोग से बचे रहेंगे।