भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी(MS Dhoni) के साथ ऐसा घटना हो गया जो कभी वह सोच नही सकते थे. इस घटना को जान कर हर कोई हैरान सा रह गया, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (mahendra singh dhoni) पिछले साल 2020 में 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं.
धोनी को भारतीय टीम के सबसे सफल और कैप्टन कूल के नाम से भी जाना जाता है. इन्होंने अपने कप्तानी में टीम इंडिया के नाम कई ट्रॉफी खिताब जीत दर्ज किए हैं. इन्होंने अपने नाम टी 20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप और चैम्पियंस ट्राफी का खिताब दर्ज किए है.
MS Dhoni को खानी पड़ी थी मात
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल में भी अपने टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को तीन बार विजेता बनवाया, लेकिन आईपीएल में धोनी को एक समय बहुत बड़ा झटका लगा था. आज के दिन यानी 1 जून को आईपीएल से रुसवाई मिली थी, जाने क्या था मामला?
बता दें कि 2008 में जब आईपीएल का पहला सीजन खेला गया था, उस वक़्त धोनी की अगुवाई में उनकी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीम के कप्तान शेन वार्न की अगुवाई में फाइनल में जगह बनाये थे, लेकिन धोनी की टीम को आखिरी गेंद पर हार का सामना करना पड़ा, उस वक़्त रविंद्र जडेजा चेन्नई सुपरकिंग्स के नही बल्कि राजस्थान रॉयल्स के तरफ से खेल रहे थे और यूसुफ पठान को मैन ऑफ द मैच दिया गया था.
यूसुफ पठान का शानदार प्रदर्शन
टीम चेन्नई पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 5 विकेट खो कर 163 रन का लक्ष्य रखा, जिसमे चेन्नई के सुरेश रैना ने 30 गेंद में 2 छक्का और 1 चौके की मदद से सबसे ज्यादा 43 रन की पारी खेले थे। वही चेन्नई के ओपनर रहे पार्थिव पटेल 38 रन की पारी खेले.
टीम के कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी 17 गेंद में 29 रन का सहयोग दिए, राजस्थान रॉयल्स के ऑल राउंडर रहे यूसुफ पठान ने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. जवाबी समय मे राजस्थान का शुरुआत सही नहीं रहा. राजस्थान टीम के एक छोर से विकेट गिरते जा रहे थे और एक छोर पर यूसुफ पठान ने पारी को सम्भाले हुये थे, अंत मे 39 गेंद में 56 रन की पारी खेल पवेलियन लौट गए.
राजस्थान को चाहिए थे 8 रन
यूसुफ पठान आउट होकर पवेलियन लौटे तब राजस्थान को 14 बाल पर 21 रन की जरूरत थी। उस वक़्त राजस्थान के कैप्टन शेन वार्न और पाकिस्तान के गेंदबाज सोहेल तनवीर मौजूद थे। दोनो खिलाड़ी मिल कर अपने टीम को आखिरी तक ले गए, और अपने टीम के लिए ऐतिहासिक जीत हासिल किए।