इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया की जमकर तारीफ की है। एंडरसन के मुताबिक भारत ने अहम मौकों पर इंग्लैंड से बेहतर क्रिकेट खेली और इसी वजह से वह सीरीज के अंत में 2-1 से आगे रहा। इंग्लिश तेज गेंदबाज ने कहा कि टीम को अच्छी स्थिति में रहने पर दबदबा कायम रखने का गुण सीखना पड़ेगा। भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच कोरोना के चलते रद्द रहा। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन मैदान पर उतरने से इनकार कर दिया, जिसके बाद दोनों बोर्ड ने मिलकर मैच को खत्म करने का निर्णय लिया।
जेम्स एंडरसन ने कहा हमसे हर मामले में बेहतर रहा भारत
‘द टेलीग्राफ’ में लिखे अपने लेख में एंडरसन ने कहा,
‘भारत सीरीज में 2-1 से आगे रहा उसका पीछे का कारण यह है कि वह अहम मौकों पर हम से बेहतर क्रिकेट खेलें। यह एक डाउन या फिर क्वालिटी एक्सपीरियंस इसको लेकर मैं आश्वस्त नहीं हूं। जब हम टॉप पर हूं तो हमको अपने एडवांटेज को आगे पुश करना सीखना होगा जब टीम इंडिया को भनक लगी तो वह टॉप पर पहुंचने में बेहद शानदार रही और उन्होंने उसको बरकरार भी रखा।’ एंडरसन ने ओवल टेस्ट की चौथी पारी में टीम के बल्लेबाजों के प्रदर्शन को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के तौर पर हमने ओवल में 99 रनों से ज्यादा की लीड ली होती। वह एक बढ़िया पिच थी। मुझे लगता है कि भारतीय टीम ने दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी की, लेकिन हमने गेंद से क्या अच्छा खेल दिखाया? और दूसरी पारी में उस पिच पर हम किसी भी तरह से ऑलआउट नहीं हो सकते थे। वह जसप्रीत बुमराह का कमाल का स्पैल रहा, जहां उनको थोड़ी से रिवर्स मिली।’
भारत के खिलाफ प्रभावशाली रहे जेम्स एंडरसन
जेम्स एंडरसन ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में खेले गए 4 मुकाबलों में कुल 15 विकेट अपने नाम किए और उन्होंने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का दो बार शिकार किया। एंडरसन की अगुवाई में इंग्लैंड ने भारत को लीड्स टेस्ट में एक पारी और 56 रनों से धूल चटाई। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने वाले पांचवें टेस्ट के पहले दिन मैदान पर उतरने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद इस मैच को रद्द करने का फैसला लेना पड़ा। गुरुवार को भारतीय टीम के फिजियो योगेश परमार कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद टीम इंडिया के खेमे में हड़कंप मच गया था। इससे पहले हेड कोच रवि शास्त्री ओवल टेस्ट से पहले इस वायरस की चपेट में आने वाले पहले सदस्य रहे थे।