मुंबई: लाइफ में सभी को किसी न किसी परेशानियों से गुजरना पड़ता है. वही जो मुश्किलों को दरकिनार कर देते हैं आगे जाकर इतिहास लिखते हैं. बॉलीवुड व टीवी इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन एक्ट्रेस व डांसर सुधा चंद्रन ने अपनी कड़ी मेहनत और हौसले से आज इतने बड़े मुकाम को तय किया है.
आपको बता दें सुधा चंद्रन एक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गईं थीं. जिसके बाद उन्होंने अपना एक पैर खो दिया. हालांकि एक पैर न होने की वजह से उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और आज वह इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन डांसर और एक्ट्रेस हैं.
सुधा चंद्रन ने इतने बड़े हादसे का शिकार होने के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, ऐसे हासिल किया मुकाम
बता दें सुधा का एक पैर न होने की वजह से कई बार उन्हें मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता हैं. ऐसे में सुधा चंद्रन ने अपने इन्स्टा अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है. जिसमे वह देश के पीएम मोदी जी से अपील और अपना दर्द बयां करती दिखाई दे रही हैं. वायरल वीडियो में सुधा पीएम मोदी से अपील कर रही हैं कि वह सीनियर सिटीजन के लिए एक कार्ड जारी कर दें, जिससे जब भी वह हवाई यात्रा करें तो एयरपोर्ट पर उन्हें चेक इन और चेक आउट करते समय किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े.
सुधा चंद्रन ने पीएम मोदी से अपील करते हुए बयां किया दर्द
जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मी संपूर्ण जांच के बाद ही किसी व्यक्ति को आगे जाने का मौका देते हैं. ऐसे में जब भी सुधा हवाई यात्रा करती हैं तो उन्हें एयरपोर्ट पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसा इसलिए क्योंकि चेन इन के दौरान सुरक्षाकर्मी उनके आर्टिफिशियल लिंब को उतारने और उसे चेक करने के लिए कहते हैं जो काफी दर्द और परेशानी भरा होता है.
सुधा चंद्रन एक सड़क हादसे का शिकार हो गईं थी. जिसमें उनका पैर कट गया था. इसके बाद वह ऑर्टिफिशियल लिंब के सहारे चलती हैं. उन्होंने वीडियो में कहा कि सड़क दुर्घटना में पैर गंवाने के बाद भी उनका आत्मविश्वास बरकरार रहा और उन्होंने एक्टिंग के साथ-साथ डांस की दुनिया में भी खूब नाम कमाया है. हालांकि सुरक्षा जांच के दौरान जब उनसे आर्टिफिशियल लिंब हटाने के लिए कहा गया तो ये उनके लिए बहुत दिक्कत की बात थी.
सुधा चंद्रन ने मोदी जी से की अपील- सीनियर सिटिजन को दिया जाए कार्ड, न हो हवाई यात्रा के दौरान परेशानी
सुधा ने कहा कि आर्टिफिशियल लिंब को खोलने की प्रक्रिया काफी कष्टदायी होती है और हवाई अड्डे के अधिकारियों से हर बार ईटीडी( विस्फोटक ट्रेस डिक्टेटर) उपयोग करने के लिए भी कहती हूं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने कहा, ‘मैं यहां जो बात कहने जा रही हूं वो बेहद ही पर्सनल हैं.। मैं अपनी ये बात पीएम मोदी जी से कहना चाहती हूं, मेरी ये अपील राज्य और केंद्र सरकार दोनों से है’.
सुधा ने कहा कि, ‘जब भी मैं हवाई यात्रा करती हूं तो मुझे एयरपोर्ट पर रोक लिया जाता है. जब भी मैं सीआईएसफएफ अधिकारियों से अनुरोध करती हूं कि कृपया मेरे आर्टिफिशियल अंग के लिए ईटीडी कर लें तब भी वह चाहते हैं कि मैं अपने आर्टिफिशियल लिंब उन्हें दिखाऊं. क्या ये मानवीय रूप से संभव है मोदी जी? क्या यही हमारा देश है? क्या यही वह सम्मान है जो एक महिला दूसरी महिला को देती है?
मेरे लिए एयरपोर्ट पर आर्टिफिशियल लिंब खोलने की प्रक्रिया होती हैं कष्टदायी: सुधा चंद्रन
इस बारे में बात करते हुए सुधा ने आगे कहा कि, ‘मोदी जी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि कृपया वरिष्ठ नागरिकों को कार्ड दें जिसमें लिखा हो कि वह वरिष्ठ नागरिक हैं’. उन्हें हर बार हवाई अड्डे की सुरक्षा से गुजरना अच्छा नहीं लगता है और उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत कार्रवाई का अनुरोध भी किया है.