भारत और न्यूजीलैंड का नतीजा भले ही ड्रा पे आ के ख़त्म हुआ हो लेकिन इस मैच में बहुत सारे रिकॉर्ड भी बने. इनमे से ही एक रिकॉर्ड को अपने नाम किया. भारत के स्टार गेंदबाज आर अश्विन ने .दरअसल आर अश्विन ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में 6 विकेट हासिल करते ही वो भारत के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए. उन्होंने भारत के हरभजन सिंह को पछाड़कर भारत के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए. अश्विन ने अब तक कुल 80 टेस्ट में 417 विकेट लिये है. उनसे आगे बस भारत के कपिल देव (434) और अनिल कुंबले (619) टेस्ट मैच विकेट लिये है.
आर अश्विन का एक पुराना बयान अचानक से चर्चा में आ गया

आज से 5 साल पहले वर्ष 2017 में ‘गल्फ न्यूज़’ को इंटरव्यू देते समय आर अश्विन ने कहा था की,
”मैं अनिल कुंबले का बहुत बड़ा फैन हूं. उन्होंने 619 विकेट हासिल किए हैं. अगर मैं 618 भी हासिल करता हूं तो यह मेरे लिए बड़ी बात होगी. जिस दिन मैं 618 विकेट लूंगा वह वह मेरा आखिरी टेस्ट मैच होगा.”
कानपुर में हरभजन सिंह का रिकॉर्ड तोड़ते ही ये न्यूज़ अचानक से चर्चा में गया . अश्विन में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है और वो अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ भी सकते है. एसे में जिसने भी ये न्यूज़ दोबारा से चर्चा में लाया है वो बिलकुल नही चाहता की अनिल कुंबले का रिकॉर्ड टूटे या वो अश्विन को बताना चाहता हो की आप अपने रिटायरमेंट के करीब आ चुके है.
आर अश्विन के लिये रिकॉर्ड नही बल्कि यादें मायने रखते है

आर अश्विन ने अपने बल्ले और गेंद दोनों से टीम में हमेसा अहम योगदान देते रहते है. कानपुर टेस्ट में भी उन्होंने टीम में गेंद और बल्ले दोनों से अहम योगदान दिया था और मैच में टीम की वापसी करायी थी. अनिल कुंबले उनके पसंदीदा प्लयेर है और वो धीरे धीरे उनके रिकॉर्ड के पास पहुँच रहे है. कानपुर टेस्ट के आखिरी दिन जब अश्विन से उनकी उपलब्धि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपने खास अंदाज में कहा, ‘कुछ महसूस नहीं हो रहा है. उनका कहना है की उपलब्धि आती-जाती रहेंगी, ये सब ठीक है. उन्होंने कोच द्रविड़ को कोट करते हुए कहा की ”जब से राहुल द्रविड़ भाई ने अपना पद संभाला है, वह कहते रहते हैं कि आप कितने विकेट लेते हैं, 10 साल में कितने रन बनाते हैं, आपको यह याद नहीं रहेगा.” उन्होंने कहा, ‘यह यादें हैं जो मायने रखती हैं इसलिए मैं चाहता हूं कि अगले तीन-चार सालों में कुछ खास यादों के साथ आगे बढूं.’