ने कोरोना वैक्सीन बनाने पर लगातार दावे किए। वही एक और दावा किया कोरोना के टीके को लेकर बड़ी खुशखबरी दी है, और तीसरी वैक्सीन बनाने दावा किया है। अभी कुछ दिन पहले रूस ने रूस ने कोरोना का दूसरी वैक्सीन एपीवैककोरोना को मंजूरी दी है। वही 12 अगस्त को रूस ने दुनिया की पहली वैक्सीन स्पूतनिक-वी को मंजूरी दे दी। इस वक़्त रूस ने दावा किया कि तीसरी वैक्सीन बन कर तैयार है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक,रूस की ये तीसरी वैक्सीन चुमाकोव सेंटर ऑफ रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज में बनाया जा रहा है। रिसर्च सेंटर ने बताया कि दिसंबर 2020 तक ट्रायल के पूरे स्टेप पूरे हो जायेगे और जिसके बाद इसे मंजूरी मिल जाएगी। अभी तक इस वैक्सीन का पहला और दूसरा ट्रायल चल रहा है।
पहले ट्रायल में 6 अक्टूबर को 15 वालंटियर्स को रूस की ये वैक्सीन दी गयी है।जिसके बाद देखा गया कि गंभीर साइड इफेक्ट्स नही पड़ रहे।वही दूसरे चरण का ट्रायल 19 अक्टूबर को 285 वालेंटियर्स पर किया गया।
ये वैक्सीन का ट्रायल दिसंबर तक होना पूरा होने का उम्मीद है। हैरान होने वाली ये बात है कि रूस ने अभी कोई भी वैक्सीन का ट्रायल बड़े पैमाने पर नही किया है।लेकिन रूस इस्तेमाल के लिये मंजूरी दे दी है।
रूस का दावा दूसरी वैक्सीन सफल
रूस की दूसरी वैक्सीन एपीवैककोरोना को साइबेरिया स्थिति वेक्टर इंस्टीट्यूट में बनाया गया है। जो पेप्टाइड आधारित वैक्सीन है। इस वैक्सीन के द्वारा कोरोना से बचाव को दो खुराक देना होगा । जिसका ट्रायल 100 वॉलंटियर्स पर किया गया। जिन पर ये ट्रायल किया गया वह 18 से 60 के बीच के लोग पर किया गया है। जिसके बाद शुरुआत ट्रायल सफल रहा एवं अध्ययन के पूरा होने के बाद ही ऐसे मंजूरी दी गयी है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस की वैक्सीन का डोज खुद वहां के उप प्रधानमंत्री ततयाना गोलीकोव ने ली। जिसके बाद कहा कि देश के 40 हजार लोगों को इस वैक्सीन के अगले चरण ट्रायल के लिये चुना जयगे।