नई दिल्ली: अगर कोई इंसान पूरी लगन व निष्ठा के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत व संघर्ष करता है, तो उसका वह सपना जरूर पूरा है और उसे वह चीज हासिल हो जाती है, जिसकी वो चाह रखता है। ऐसी ही एक कहानी शोभा लिमिटेड के चेयरमैन पीएनसी मेनन की हैं।
बता दें कि, फोर्ब्स मैगजीन ने अरब में रहने वाले अमीर भारतीयों की लिस्ट में उनका नाम शामिल किया हैं। पीएनसी मेनन के पास कुल 144 करोड़ डॉलर (करीब 10 हजार करोड़ रुपये) संपत्ति है। तो आज हम आपको पीएनसी मेनन के सफर के बारे में बताने वाले हैं।
50 रुपये लेकर घर से निकले थे
देश की बड़ी रियल्टी कंपनी शोभा लिमिटेड के फाउंडर व चेयरमैन पीएनसी मेनन का जन्म केरल के पालघाट में हुआ था। बता दें कि, उनके पिता एक किसान थे। जब मेनन की उम्र दस वर्ष की थी, तभी उनके पिता की मौत हो गई। वहीं पिता की मौत के बाद जब वह अपने घर से निकले, तो उसकी जेब में सिर्फ और सिर्फ 50 रुपए ही थे। घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से उनकी पढ़ाई-लिखाई भी बीच में छूट चुकी थी।
इसके बाद मेनन के ऊपर अपने परिवार को संभालने की पूरी जिम्मेदारी आ गई, क्योंकि उनके दादाजी अनपढ़ थे। उनकी मां भी ज्यादातर बीमार ही रहती थीं। यही कारण है कि मेनन काफी मशक्कत के बाद स्कूली शिक्षा पा सके थे। हालांकि उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा के बाद आगे की शिक्षा के लिए काफी ज्यादा प्रयास किया, लेकिन उसमें उनको सफलता नहीं मिली। फोर्ब्स मैगजीन को दिए गए इंटरव्यू में मेनन ने कहा है कि उन्होंने दो बार बी-कॉम की पढ़ाई पूरी करने का प्रयास किया, लेकिन वह उसमें सफल नहीं हो सके।
ब्रुनेई के सुल्तान का महल किया डिजाइन
मेनन ने सबसे पहले अपने प्रोजक्ट में ब्रुनई के सुल्तान के घर को डिजाइन किया था। इन्फोसिस कैंपस के लिए भी कंपनी के फाउंडर नारायण मूर्ती ने बेंगलुरु कैंपस के लिए भी कंसल्टेंट रह चुके हैं। इसके अलावा मेनन ने यूएई में भी कई बड़ी इमारतों को भी डिजाइन किया है। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि मेनन के पास इंटीरियर डिजाइनर जैसी कोई भी डिग्री हासिल नहीं है।
आज हैं 10 हजार करोड़ के मालिक
शुरुआती कई सारी कठिनाइयों का सामना करने के बाद मेनन ने धीरे-धीरे ओमान सहित सभी अरब देशों में अपना व्यापार फैलाना शुरू कर दिया। बता दें कि, मेनन ने ओमान के अलावा भारत में भी अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। यहां उन्होंने शोभा लिमिटेड की नाम से एक कंपनी खोली। वहीं भारत में यह कंपनी 12 राज्यों में चालू है और उनकी कुल नेटवर्थ दस हजार करोड़ रुपए है।