शोएब अख्तर

सिडनी के मैदान में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा मैच खेला गया. जब से टीम इंडिया ने सिडनी में मैच खेलना शुरू किया है (तीसरा टेस्ट ) तब से क्रिकेट देखने पहुंचे कुछ ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के लिए नस्लभेदी टिप्पणियाँ करना शुरू कर दिया, जिसके खिलाफ टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सुरक्षा अधिकारीयों और बीसीसीआई से शिकायत की थी.

शोएब अख्तर

लेकिन हद तो तब हो गयी जब चौथे दिन भी नस्लभेदी गालियों और अभद्रता का दौर खत्म नहीं हुआ और जिसके चलते चौथी पारी में खेल को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. इस घटना से नाराज पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब अख्तर ने एक वीडियो के जरिये अपनी बात रखी.

मुसलमानों ने खूब सहा है नस्लवाद-शोएब अख्तर

शोएब अख्तर

सिडनी के मैदान में सिराज के साथ हुयी नस्लभेदी टिप्पणी का विरोध करते हुए, पाकिस्तान टीम के पूर्व ब्ल्ल्लेबाज शोएब अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो के जरिये अपनी बात रखी है. ऑस्ट्रेलियन दर्शको द्वारा नस्लभेदी टिप्पणी करने पर अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा, ”9/11 के बाद 2001 में मुसलमानों ने बहुत नस्लवाद सहा है.

अगर 60 बंदों ने आतंकवाद में हिस्सा लिया तो 160 मिलियन लोगों ने इसे सहा. उस घटना को इंटरनेशनल मीडिया ने इतना बढ़ा-चढ़ा के पेश किया कि 160 मिलियन लोगों को उन्होंने आतंकवादी बना दिया. इस पर इतनी बात की और इतनी रिपोर्टिंग की पूरी दुनिया में मुसलमानों को ऐसा बनाकर पेश किया कि दुनिया में इनसे बढ़ा आतंकवादी कोई है ही नहीं.”

ओसमा बिन लादेन का देश बोलकर चिढ़ाते थे विदेशी- शोएब अख्तर

शोएब अख्तर

वो बताते हैं कि जब भी अपने विदेश दौरे पर वहां के किसी सिविलियन को अपने बारे बताते थे, तो लोग उनसे किनारा कर लिया करते थे. जब वह अपने देश पाकिस्तान के बारे में बताते थे तो वो लोग कहते थे- ओह ओसामा बिन लादेन का देश. सिराज पर हुयी नस्लभेदी टिप्पणी पर वह कहते हैं कि ऐसा मेरे साथ भी हुआ है,

”फुटबॉल में मैंने देखा, ब्लैक कम्युनिटी के साथ मैंने देखा, कोई उन पर केला फेंक रहा है, कोई उनको जानवरों के नाम से बुला रहा है. हर चीज अल्लाह की बनाई हुई है. हर इंसान अल्लाह का बनाया हुआ है. वो हिंदू है, वो मुसलमान है, वो सिख है, वो ब्लैक है, व्हाइट है, वह ब्राउन है, वह चाइनीज है, जैपनीज है कोई भी है… वह अल्लाह का बनाया हुआ है. आप उसकी बेइज्जती नहीं कर सकते. मेरे साथ भी हुआ. कई देशों में हम लोग गए. तो हमसे पूछा जाता था कि कहां से हो और जब हम कहते थे कि पाकिस्तान तो वो लोग कहते थे- ओह ओसामा बिन लादेन का देश.”

शोएब ने कहा, ”क्रिकेट मैदान में गए तो हमें आतंकवादी के नाम से बुलाया गया. 2002 में मुझे वाक्या याद है. मैं देश का नाम नहीं लेता. स्टेडियम में तानें कसे गए. हमारे दोस्तों को बहुत कुछ कहा गया. हम वहां यतीम बच्चों को खाना दे रहे थे. हमें जो पैसे मिल रहे थे, हम उस एक कम्युनिटी को दे रहे थे, बिना कोई भेदभाव के और यह सब हम इसलिए नहीं कर रहे थे कि हमें कुछ चाहिए था या हमारा नाम अच्छा बन जाए. हमें सिर्फ अल्लाह से इनाम चाहिए होता है. हमारा इमान सिर्फ अल्लाह पर ही होना चाहिए और किसी चीज पर नहीं”.

बीसीसीआई को लेना चाहिए एक्शन

शोएब अख्तर

शोएब ने बीसीसीआई को इस घटना पर एक्शन लेने की बात कही. उन्होंने कहा, ”’बीसीसीआई को इस घटना पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए. बीसीसीआई और पीसीबी को इस बात पर एक साथ आना चाहिए और पूरी दुनिया को कहना चाहिए कि हम यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके साथ ही जिसने रेसिस्ट कमेंट किया है, उसकी हर ग्राउंड से एंट्री बैन करनी चाहिए. फिर उसे जेल में डालना चाहिए. ताकि सबक मिले पूरी दुनिया में कि खेलों की दुनिया में ऐसा दोबारा ना हो. आप किसी हिंदू को गाली नहीं दे सकते. आप किसी मुसलमान को गाली नहीं दे सकते. आप किसी के मजहब को गाली नहीं दे सकते.”

वही इस वीडियो में उन्होंने कहा की ऑस्ट्रेलिया इस तरह का असभ्य देश नहीं है. 99 प्रतिशत में से एक प्रतिशत लोग देश का नाम खराब कर रहे है. उन्होंने कहा, ”मोहम्मद सिराज के साथ जो हुआ. वह बहुत दुर्भाग्यशाली था. ऑस्ट्रेलिया रेसिस्ट देश नहीं है. मैं वहां बहुत बार गया हूं. हालांकि, वहां कुछ लोग ऐसे हैं, जो ऐसी हरकत करते हैं. 99 प्रतिशत ऑस्ट्रेलिया मुझे प्यार करता है, लेकिन सिर्फ एक प्रतिशत की वजह से नाम खराब हो जाता है”.

सिराज तुम सिर ऊँचा करो, सिर फाड़ो, पसलियाँ तोड़ो-शोएब अख्तर

शोएब अख्तर

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और शानदार बल्लेबाज शोएब अख्तर ने सिराज को सलाह देते हुए कहा, ”हम सभी ने कभी न कभी नस्लवाद सहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम सिर झुका लें. अपना सिर ऊंचा करो, बॉल पर गुस्सा निकालो. तुम्हारे पिता ऊपर से तुम्हें देख रहे हैं. तगड़ी बॉलिंग करो, सिर फोड़ो, दो चार पसलियां तोड़ो. गुस्सा निकालो बॉल के ऊपर.”