देश की सबसे युवा महापौर बनने जा रही है 21 साल की आर्या राजेंद्रन

तिरुवनंतपुरम. केरल में हाल ही में नगर निकाय चुनाव हुए थे। इसमें सत्ताधारी पार्टी सीपीआई ने शानदार प्रदर्शन किया। सीपीआई (एम) ने अब 21 साल की आर्या राजेंद्रन को मेयर उम्मीदवार बनाया है। वे पहली बार तिरुवनंतपुरम के मुड़वणमुगल से पार्षद चुनी गई हैं। आर्या गणित से बीएससी कर रही हैं। वे चला क्षेत्र से पार्टी कार्यकर्ता हैं। आर्या का तिरुवनंतपुरम से मेयर बनना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में वह देश की सबसे कम उम्र की मेयर होंगी।

पार्टी ने 100 में से 51 सीट हासिल कीं

देश की सबसे युवा महापौर बनने जा रही है 21 साल की आर्या राजेंद्रन

इस चुनाव में तिरुवनंतपुरम नगर निगम में सीपीआई ने 51 सीटों पर जीत हासिल की। 100 सीटों वाली काउंसिल में भाजपा ने 35 सीटें हासिल कीं। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ गठबंधन तीसरे नंबर पर रहा। पार्टी ने 10 सीटें जीतीं। चार निर्दलीय उम्मीदवार भी इस चुनाव में जीते हैं।

आर्या देश की युवा मेयरों में से है एक

देश की सबसे युवा महापौर बनने जा रही है 21 साल की आर्या राजेंद्रन

आर्या राजेंद्रन केरल की सबसे युवा मेयर और देश की युवा मेयरों में से एक बनने जा रही हैं। आर्या के पिता इलेक्ट्रिशन और मां गृहिणी होने के साथ ही एलआईसी की एजेंट भी हैं।

आर्या सीपीएम पार्टी से जुड़ी हुई हैं। हाल ही में हुए चुनाव में उन्होंने मुडावनमुगल वार्ड से जीत दर्ज की है और 21 दिसंबर को शपथ भी लिया। सीपीएम की जिला इकाई ने मेयर पद के लिए आर्या राजेंद्रन को चुना है।

आर्या राजेंद्रन बीएससी गणित की है छात्रा

देश की सबसे युवा महापौर बनने जा रही है 21 साल की आर्या राजेंद्रन

दरअसल, सीपीएम ने 21 वर्षीय आर्या राजेंद्रन को मेयर प्रत्याशी के रूप में चुना है। पार्टी की जिला समिति और राज्य समिति ने उनकी उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी है। आर्या राजेंद्रन बीएससी गणित की छात्रा हैं और पार्टी की छला क्षेत्र समिति की सदस्य हैं। पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि अब और शिक्षित महिलाएं नेतृत्व की भूमिका में सामने आएंगी।

आर्या राजेंद्रन ने कहा यह निर्णय है पार्टी का

देश की सबसे युवा महापौर बनने जा रही है 21 साल की आर्या राजेंद्रन

आर्या राजेंद्रन ने कहा, ‘यह पार्टी का निर्णय है और मैं इसका पालन करुंगी। चुनाव के दौरान, लोग मुझे पसंद करते थे, क्योंकि मैं एक छात्रा हूं और लोग अपने प्रतिनिधि के तौर पर एक शिक्षित व्यक्ति को चाहते थे। मैं अपनी शिक्षा जारी रखूंगी और मेयर के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करुंगी।’