गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों गई जान, सुपरवाइजर समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार

गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान में हुए हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तुरंत राहत पहुंचाने और साथ ही साथ कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए हैं बता देगी इस घटना में अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है। पूरी घटना को लेकर अब तक नगर पालिका की कार्यपालन अधिकारी, ठेकेदार तथा कई अन्य लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो चुकी है। इसके अलावा ई ओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को तुरंत गिरफ्तार कर लिया लेकिन ठेकेदार मौके पर फरार हो चुका है। पुलिस की कार्यवाही लगातार जारी है।

गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों गई जान, सुपरवाइजर समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार

जल्द ही लिया जाएगा एक्शन

ई ओ निहारिका सिंह मुरादाबाद नगर पालिका, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष तथा ठेकेदार अजय त्यागी के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज की गई है। इन्हीं सब की लापरवाही के चलते गाजियाबाद के मुरादनगर में दो दर्शन से भी ज्यादा जिंदगीया चली गई। गाजियाबाद पुलिस के द्वारा इन चारों पर एफ आई आर दर्ज की जा चुकी है, जिस पर जल्द ही एक्शन भी लिया जाएगा।

गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों गई जान, सुपरवाइजर समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद प्रशासन से इस पूरे हादसे की रिपोर्ट जल्द से जल्द पेश किए जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस भीषण हादसे को लेकर दुख जताया है। यह हादसा इतना भीषण था कि, प्रधानमंत्री खुद काफी ज्यादा विचलित हो गए हैं। ट्वीट करते हुए उन्होंने परिजनों के प्रति संवेदना भी प्रकट की है।

गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों गई जान, सुपरवाइजर समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के माध्यम से कहा है कि,

“मुरादनगर में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से बहुत ही दुख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव के कार्य में तत्परता से जुटी हुई है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट कर रहा हूं साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना करता हूं “।

गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों गई जान, सुपरवाइजर समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार

अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे श्मशान घाट

अंतिम संस्कार के लिए जो भी लोग श्मशान घाट पहुंचे थे। उन्होंने कभी यह नहीं सोचा होगा कि, बारिश से बचने के लिए वे जिस तरफ बढ़ रहे थे। वही उनकी जिंदगी के लिए कब तक बन जाएगी। वहां पर मौजूद लोगों के मुताबिक वह सब अपने दादा का अंतिम संस्कार की प्रक्रिया कर रहे थे, बाकी अन्य लोग काफी दूर खड़े हुए थे इसी दौरान अचानक आवाज आई जब वह सब उस तरफ दौड़े तो देखा कि छत गिर गई है और लोग नीचे दबे हुए हैं।

इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है। जहां चाचा की हादसे में मौत हो गई वहीं उनका बेटा अभी भी मलबे के नीचे ही दबा हुआ है। देवेंद्र ने बताया कि, उनके पिता को कंधे में भी चोट आई है जो कि हादसे से बाल-बाल बच गए। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी परिजनों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।

गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों गई जान, सुपरवाइजर समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार

हादसे की वजह घोटाला?

इस भीषण घटना के बाद सबसे ज्यादा सवाल यह उठाए जा रहे हैं कि, क्या श्मशान घाट में घोटाले की वजह से ही निर्दोष लोगों की जान गई है? स्थानीय लोगों की मानें तो 3 महीने पहले ही श्मशान घाट की छत डाली गई थी, जिसमें की कच्ची रेत का इस्तेमाल हुआ था। सभी का कहना है कि, शमशान घाट की छत में काफी घोटाला किया गया है। जिसका नतीजा यह हुआ कि, बारिश होते ही याद आ गई। सभी को जल्द से जल्द इस मामले को लेकर कार्यवाही का इंतजार है।

मेरा नाम उर्वशी श्रीवास्तव है. मैं हिंद नाउ वेबसाइट पर कंटेंट राइटर के तौर पर...