39-Year-Old Player Retires In The Hope Of Returning To Team India, Blames Dhoni

Team India: भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एमएस धोनी के कप्तान रहते हुए कई युवा खिलाड़ी भारतीय जर्सी में इंटरनेशनल क्रिकेट के मंच पर चमके। कई खिलाड़ी लंबी रेस का घोड़ा साबित हुए, तो कई प्लेयर्स को सही समय पर पर्याप्त मौके नहीं मिल सके। इसी कड़ी में एक ऐसा भी खिलाड़ी रहा है जिनको अपनी काबिलियत का प्रदर्शन करने का ज्यादा मौका नहीं मिला।

इस खिलाड़ी ने सालों साल टीम इंडिया (Team India) में वापसी की आस देखी और अंत में इस खिलाड़ी ने साल 2024 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। संन्यास लेते ही इस खिलाड़ी ने कैप्टन कूल पर बड़ा आरोप लगाया था।

Team India में वापसी की आस में इस खिलाड़ी ने लिया संन्यास

Manoj Tiwary
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दरअसल हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे है। वो भारतीय टीम (Team India) में 2008 में डेब्यू करने वाले मनोज तिवारी है। आपको बता दें, इस खिलाड़ी ने फरवरी 2024 में रणजी ट्रॉफी में लीग स्टेज के आखिरी मुकाबले में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। इसी के साथ उन्होंने संन्यास लेते ही अपने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर ही सवाल उठा दिए। मनोज तिवारी को दुख है कि वह लंबे समय तक भारतीय टीम के साथ नहीं खेल पाए है।

धोनी पर लगाए गंभीर आरोप

Manoj Tiwary
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टीम इंडिया (Team India) के पूर्व खिलाड़ी मनोज तिवारी ने कहा, “मैं एमएस धोनी से पूछना चाहूंगा कि 2011 में शतक बनाने के बाद मुझे एकादश से बाहर क्यों कर दिया गया था। मेरे अंदर रोहित शर्मा और विराट कोहली की तरह हीरो बनने की क्षमता थी। आज मैं कई लोगों को मौके मिलते हुए देख रहा हूं, मुझे दुख होता है”।

तिवारी ने कहा, मुझे सबसे ज्यादा दुख है कि मुझे भारत के लिए टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला। फर्स्ट क्लास में 65 मैच खेलने के बाद भी मेरा औसत लगभग 65 का था। फर्स्ट क्लास में 10 हजार रन बनाने के बाद भी टेस्ट नहीं खेलना अफसोस तो होता है।

ऐसे रहा क्रिकेट करियर

Manoj Tiwary
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पूर्व भारतीय खिलाड़ी (Team India) के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने  कुल 12 वनडे मैचों में 26.09 की औसत से 287 रन बनाए। इस दौरान मनोज के बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक निकला। मनोज ने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू साल 2011 में किया। क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में मनोज को सिर्फ एक ही पारी में बल्लेबाजी करने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 15 रन बनाए। मनोज ने वनडे में अपना आखिरी मुकाबला साल 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला, जबकि लास्ट टी-20 इंटरनेशनल मैच उन्होंने साल 2012 में खेला।

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