Cricketers who lost their test place due to IPL: आज के दौर में T20 क्रिकेट को युवा वर्ग काफी पंसद कर रहा है. इसी कारण टेस्ट क्रिकेट के लिए इसको एक खतरा भी माना जाता है. इंडियन आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के चलते जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, युजवेंद्र चहल के तौर पर टीम इंडिया को काफी आकर्षक खिलाडी मिले है लेकिन कई ऐसे भी खिलाडी है जिन्होंने IPL में खेलने की वजह से टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना ली और अब टेस्ट क्रिकेट में उनके लिए वापसी करना नामुमकिन है क्योकि जहाँ एक तरफ टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की जरूरत है और T20 में आपको ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने की जरूरत पड़ती है. तो चलिए आज बात करते है ऐसे ही पांच बल्लेबाजों (Cricketers) के बारे में जो इंडिया टीम के लिए अब कभी टेस्ट नहीं खेल पाएंगे.
1. मनीष पांडे
भारतीय क्रिकेट में मनीष पांडे एक काफी प्रतिभावान खिलाडी के तौर पर टीम में शामिल किये गये थे. उनके खेलने की तकनीक भी काफी शानदार थी जिस वजह से वो वनडे में भी काफी संतुलित बल्लेबाज़ी करते हुए दिखाई देते थे. उम्मीद थी की वो एक शानदार टेस्ट बल्लेबाज़ के तौर पर भी खरे उतरेंगे लेकिन आईपीएल आने के बाद से उन्होंने टेक्निक पर ध्यान न देते हए तेज़ खेलने की कोशिश की और इसी वजह से वो टेस्ट क्रिकेट से दूर होते चले गये. मनीष पांडे इंडिया के लिए के भी टेस्ट मैच नहीं खेल पाए है.
2. अजिंक्य रहाणे
भारतीय टीम के उप कप्तान हाल ही में टीम से बाहर किये गये है. अजिंक्य रहाणे एक समय में इंडिया के सबसे काबिल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक थे. उनका एवरेज 50 से ज्यादा का था लेकिन हाल फिलहाल में वो कुछ भी ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है. उन्होंने इंडिया के लिए खेले गये 82 टेस्ट मैचों में 4931 रन बनाये है जिसमे 12 शतक भी शामिल है लेकिन नए फॉर्मेट T20 आने के बाद टी20 टीम में भी अपनी जगह बनाने के लिए अजिंक्य रहाणे ने थोडा तकनीक में बदलाव किया और तभी से उनका टेस्ट प्रदर्शन निरंतर गिरता ही जा रहा है. और अब ऐसा लगता है की आईपीएल में बने रहने के लिए वो टेस्ट क्रिकेट से थोडा दूरी बना लेंगे.
3. मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल इंडियन क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाज़ अपने करियर की शुरुआत करना चाहते थे. घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के चलते उन्हें आईपीएल में कॉन्ट्रैक्ट भी काफी आसानी से मिल गया था. आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें टीम इंडिया में सेलेक्ट होने की उम्मीद थी लेकिन उन्हें थोडा समय लगा पर नेशनल टीम से बुलावा आया. मयंक अग्रवाल ने टेस्ट क्रिकेट में साल 2018 में डेब्यू किया और खेले गये 21 मैचो में दो दोहरे शतक चार शतक लगाकर अपनी चमक बिखेरी लेकिन इसके बाद बाद T20 क्रिकेट की बढती लोकप्रियता के चलते मयंक धीरे धीरे टेस्ट क्रिकेट से दूर होते चले गये और अब उम्मीद कम ही है की वो टेस्ट टीम में दोबारा वापसी कर पायें.
4. उन्मुक्त चंद
अंडर 19 में टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीतने वाले उन्मुक्त चंद एक काफी प्रतिभावान खिलाडी थी. उन्होंने टीम को वर्ल्ड कप में शतक लगाकर जीत दिलवाने में बड़ा योगदान भी निभाया था. इसके चलते वो जल्द ही टीम इंडिया के भी खेलने का मौका प्राप्त कर सकते थे. उन्होंने साल 2011 में आईपीएल में डेब्यू भी किया लेकिन खेले गये 21 मैचों में में उन्होंने सिर्फ 300 रन बनाये. घरेलू क्रिकेट में उन्मुक्त चंद कुछ ख़ास नहीं कर पाए और टी20 में करियर बनाने के चक्कर में इंडिया टीम के लिए एक भी टेस्ट खेल पाने वो असफल रहे.
5. के एल राहुल
भारतीय क्रिकेट टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज़ राहुल ने अपना क्रिकेट करियर साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ शुरू किया. शुरुआती मैचों में ही राहुल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उस समय के अन्य सलामी बल्लेबाजों के लिए काफी चिंता खड़ी कर दी थी. सयम के साथ लम्बी पारी खेलना राहुल के लिए काफी आसान साबित हो रहा थे लेकिन फिर आईपीएल में तेज़ बल्लेबाज़ी करने के लिए उन्होंने अपने क्रिकेट खेलने के तरीके में थोडा बदलाव किया. तेज़ खेलने के चक्कर में बॉल छोड़ना टिककर लम्बी पारियां खेलना उनके लिए थोडा मुश्किल हो गया और अपनी टेस्ट टीम में पक्की जगह को छोड़ कर अब वो सिर्फ चोटिल खिलाडी की जगह ही टेस्ट में में शामिल हो पाते. उम्मीद है की आने वाले सालों में शायद T20 क्रिकेट की वजह से टेस्ट से दूरी बना ले.
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