कृषि कानून के खिलाफ हो रहे आंदोलन काफी तेजी बढ़ा रही है। 18 फरवरी को प्रदर्शनकारी किसान यूनियन ने 4 घण्टे राष्ट्रव्यापी रेल रोको आंदोलन घोषित किया है। वहीं इस समर्थन में वेस्ट यूपी के वकील भी साथ आ गए हैं। और 18 फरवरी को हाई कोर्ट बेंच संघर्ष समिति ने हड़ताल करने का ऐलान किया है।
राकेश टिकैत ने दी एक और धमकी
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार को फिर से एक धमकी दी है। टिकैत का कहना है कि सरकार रोकने के लिये सड़कों पर कील,बैरेगेटिंग बिछा दिया है। किसान नेता राकेश ने कहा कि जितने भी कील बिछा लें वह एक एक कील हटाये बिना वापस नही जायेगे। उन्होंने कहा कि RSS डंडा लेकर चलता है तो किसान कार्यकर्ता भी डंडा लेकर चलता है।
राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार अपने RSS कार्यकर्ताओं को नही रोकी तब तक किसान कार्यकता भी लाठी डंडे से लैस रहेगा।
टिकैत नए “पोस्टर ब्वॉयज” बने
शुरुआती समय में किसान सिंघु बार्डर पर अपना आंदोलन का प्रमुख केंद्र बनाए रहे। लेकिन 26 जनवरी को हुये हिंसा के बाद सरकार प्रदर्शनकारियों पर शिकंजा कसा उस वक़्त 28 जनवरी को किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर फफक कर रोने लगे। किसानों के बीच राकेश ने रोते हुए कहा कि सरकार उन्हें मरवाने की साजिश कर रही है। उसके बाद किसान आंदोलन का पूरा फोकस गाजीपुर बॉर्डर पर हो गया। कई पार्टी के नेता राकेश टिकैत के समर्थन में आ गए। इसी वजह से बने राकेश टिकैत नए “पोस्टर ब्वॉयज” बने फिरे है।