इंग्लैंड दौरे के लिए जब से भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान हुआ है, तब से लगातार स्क्वाड को लेकर तेजी से चर्चा चल रही है, जिसमें सबसे बड़ी चर्चा का विषय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) है, जिन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए उपकप्तान बनाया गया है. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता की पंत 2020 से ही क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में भारत के सर्वश्रेष्ठ रन स्कोरर रहे हैं,
फिर भी उनके फार्म को देखते हुए उन्हें इंग्लैंड दौरे पर यह भूमिका देना थोड़ा हैरान करने वाला है क्योंकि उनके आंकड़े बिल्कुल इसकी गवाही नहीं देते हैं, लेकिन फिर भी मैनेजमेंट ने इस खिलाड़ी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है. खासकर तब जब इंग्लैंड दौरे के साथ टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत करनी है और टीम में रोहित- विराट जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी नहीं है.
Rishabh Pant को कप्तान बनाकर अगरकर ने कर दी भारी चूक
ऋषभ पंत के हालिया फॉर्म को देखते हुए मैनेजमेंट द्वारा उन्हें यह भूमिका दिए जाने को लेकर मैनेजमेंट पर काफी सवाल भी उठ रहे हैं. इस सीजन लखनऊ सुपर जॉइंट्स के लिए खेलते हुए 13 मैचो में मात्र 13.72 की खराब औसत से ऋषभ ने केवल 153 रन बनाए हैं. ऐसे में फैंस को यह डर सता रहा है कि कहीं आईपीएल वाला खराब परफॉर्मेंस ऋषभ पंत (Rishabh Pant) इंग्लैंड दौरे पर ना दिखाएं. अगर ऐसा होता है तो टीम इंडिया को भारी नुकसान हो सकता है.
इसके बावजूद भी मैनेजमेंट द्वारा उन्हें इस भूमिका में उतारना यह किसी को भी समझ नहीं आ रहा है. टेस्ट में अगर ऋषभ पंत के प्रदर्शन पर एक नजर डालें तो इस खिलाड़ी ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 42.11 की औसत से 9948 रन बनाए हैं. 27 साल के इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों के खिलाफ शतक लगाने का काम किया है.
इस खिलाड़ी को मिली चाहिए थी जिम्मेदारी
इंग्लैंड दौरे पर अगर उप कप्तान की भूमिका के लिए कोई सबसे ज्यादा मजबूत नजर आ रहा था, तो वह विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल है. दरअसल टेस्ट क्रिकेट में इस खिलाड़ी को खेलते 10 साल हो गए हैं लेकिन अब तक वह अपनी जगह स्थापित नहीं कर पाए हैं. कभी ओपनर तो कभी मिडिल ऑर्डर तो कभी विकेटकीपर के तौर पर उन्हें हमेशा आजमाया जाता है. शायद यही वजह है कि मजबूत दावेदारी होने के बावजूद भी वह ऋषभ पंत (Rishabh Pant) से यहां कमजोर नजर आए.
पर केएल राहुल एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत को किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जीत दिला सकते हैं. इसके बावजूद भी मैनेजमेंट ने इस खिलाड़ी पर इस भूमिका के लिए विश्वास नहीं जताया. केएल राहुल को साफ तौर पर नजरअंदाज करते हुए मैनेजमेंट ने ऋषभ पंत पर भरोसा जताया है क्योंकि मैनेजमेंट का मानना है कि विकेट के पीछे से गेम पढ़ने की उनकी समझ कमाल की है.
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