Amit-Mishra-Wreaked-Havoc-With-Bat-Scoring-A-Stormy-Double-Century-While-Hitting-Fours-And-Sixes

Amit Mishra: भारत के तेज गेंदबाज अमित मिश्रा (Amit Mishra) की अब तक आप सभी ने गेंदबाजी देखी होगी जो अच्छे से अच्छे बल्लेबाज को भी अपने आगे नतमस्तक करने की काबिलियत रखते हैं लेकिन ऐसे बहुत कम ही मौके आते हैं जब इस तरह के गेंदबाज अपने हाथों में बल्ला लेकर एक ऐसी पारी खेल डालते हैं जिसकी शायद कभी किसी ने उम्मीद नहीं की होती है.

इस वक्त देखा जाए तो अमित मिश्रा (Amit Mishra) ने गेंद नहीं बल्कि बल्ले से जिस तरह से रौद्र रूप दिखाया है, उनके आगे अच्छे से अच्छे गेंदबाज भी हाथ जोड़ते नजर आए और उन्होंने कोई ऐसी वैसी नहीं बल्कि दोहरी शतकीय पारी खेली है, जिसके अच्छे से अच्छे खिलाड़ी भी मुरीद हो चुके हैं. जब अमित मिश्रा बल्लेबाजी कर रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि वह रनों की बरसात कर रहे हैं.

Amit Mishra ने बल्ले से मचाया कहर

Amit Mishra

अब तक जो भी लोग अमित मिश्रा के गेंदबाजी की मुरीद थे, उनकी यह दोहरी शतकीय पारी देखकर अब उनके बल्लेबाजी के भी फैन हो जाएंगे. हम यहां अमित मिश्रा द्वारा खेले गए जिस तूफानी पारी की बात कर रहे हैं वह उन्होंने साल 2012 में रणजी ट्रॉफी में हरियाणा की ओर से खेलते हुए लगाया. खास बात यह है कि अपनी टीम हरियाणा के लिए कप्तानी करते हुए अमित मिश्रा जब निचले क्रम में बल्लेबाजी करने उतरे तो किसी ने भी उनसे इस तरह के पारी की उम्मीद नहीं की थी जिन्होंने कुल 373 गेंद में 202 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली.

अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 21 चौके और एक छक्के लगाए जिन्होंने 54.15 के स्ट्राइक रेट से गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी. उनकी यह तूफानी पारी तब देखने को मिली जब टॉप ऑर्डर से लेकर मिडिल ऑर्डर का कोई भी बल्लेबाज हरियाणा के लिए पहली पारी में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाया. अपनी टीम को बीच मझधार में फंसा हुआ देखा अमित मिश्रा (Amit Mishra) ने बल्ले से इस तरह का तूफान मचाया.

चौके- छक्के बरसाते हुए लगाया दोहरा शतक

Amit Mishra

अमित मिश्रा जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो हर दूसरी गेंद पर केवल चौके-छक्को की बरसात हो रही थी. कर्नाटक और हरियाणा के बीच हुए इस मुकाबले में कर्नाटक की टीम ने टॉस जीत पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया जहां हरियाणा की टीम ने 9 विकेट खोकर 587 रन बनाएं. इसके जवाब में कर्नाटक की टीम ने पहली पारी में 272 रन और दूसरी बड़ी में पारी में फॉलोआँन करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 332 रन बनाएं.

हालांकि इस मैच का कोई नतीजा नहीं निकल पाया. अच्छी बात यह रही कि अमित मिश्रा (Amit Mishra) ने अपनी टीम के लिए जो मैच विनिंग पारी खेली, वह बेकार नहीं गई और इस मुकाबले को उनकी टीम ने बराबरी के साथ समाप्त किया, वरना उनकी टीम जिस तरह की लय में नजर आ रही थी यह मुकाबला कर्नाटक के पक्ष में जा सकता था जहां एक कप्तान होने के साथ ही उन्होंने अपने फर्ज को निभाया. टीम इंडिया के लिए अमित मिश्रा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कमाल का खेल दिखाया है जो 22 टेस्ट मैच की 40 पारियों में 76 विकेट लेने का काम कर चुके हैं.

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