&Quot;तांडव&Quot; पर भड़के टीवी के राम अरुण गोविल, सैफ अली खान को दी खुली चुनौती

नई दिल्ली: अमेजन प्राइम  की वेब सीरीज ‘तांडव’ जमकर विवादों में घिरी हुई है। जबसे सैफ अली खान की यह वेब सीरीज रिलीज हुई है, तब से इसपर तांडव मचा हुआ है। हिंदुओं के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की वजह से पूरे देश में इसका विरोध किया जा रहा है। वहीं अब इस सूची में रामायण के राम यानि कि अरुण गोविल का भी नाम शामिल हो चुका है।

‘Tandav’ पर भड़के अरुण गोविल

‘तांडव’ को लेकर अरुण गोविल, काफी भड़के हुए नजर आए और उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट भी शेयर किया। अरुण गोविल, लिखते हैं कि ‘आज Creative freedom के नाम पर हो रहे अधर्म के ‘तांडव’ को रोकना अति आवश्यक है।’

‘तांडव’ पर आरोप है कि इसमें भगवान शिव जी और भगवान राम का मजाक बनाया गया है जिससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। जिसके बाद यूपी सरकार ने तांडव के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई है। हालांकि विवादों को बढ़ता देख सीरीज के मेकर्स ने माफी भी मांगी थी।

आज Creative freedom के नाम पर हो रहे अधर्म

सीरीज के डायरेक्टर अली अब्बास  ने एक हाल ही में एक ट्वीट शेयर किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि आज Creative freedom के नाम पर हो रहे अधर्म के ‘तांडव’ को रोकने के लिए अति आवश्यक है, कि सर्वोच्च गुरु का दर्जा प्राप्त चारों पीठों के शंकराचार्य इकट्ठे होकर आगे आएं, और सभी हिन्दुओं को एक सूत्र में बांधकर उन्हें अपनी आस्था, संस्कृति और अधिकारों की रक्षा के लिए जागरुक करें…।

यूपी सरकार लगातार इसपर वार कर रही

वहीं यूपी सरकार लगातार इसपर वार कर रही। लखनऊ के बाद ‘तांडव’ के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के राबूपुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायत में कहा गया है कि तांडव ने उनकी धार्मिक भावमनोओं को ठेस पहंचाया है जिस वजह से वेब सीरीज के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, एक्टर सैफ अली खान, सुनील ग्रोवर और डिंपल कपाड़िया के खिलाफ केस दर्ज की गई है।

राम कदम ने इस तांडव को बैन करने की मांग की

बता दें कि बिजेपी के एमएलए राम कदम ने इस तांडव को बैन करने की मांग की है। बीजेपी के एमएलए राम कदम ने तांडव के खिलाफ घाटकोपर पुलिस स्टेशन केस दर्ज करवाई है। उन्होंने अपने इस कंप्लेंट में सैफ की इस वेब सीरीज को बैन करने की मांग की है और ये भी कहा है कि फिल्म के डायरेक्ट, प्रोड्यूसर और एक्टर के खिलाफ सख्त कारवाई की जाए। जिसके बाद अमेजॉन प्राइम वीडियो (Amazon Prime Video) के अधिकारियों को इंफॉर्मेशन और ब्रॉडकास्टिंग मंत्रालय ने नोटिस भेजा है।