Australia: क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसी पारियां खेली गई हैं, जिनकी गूंज आज भी सुनाई देती है। ऐसा ही एक कारनामा ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम ने कर दिया है। जिसमें उन्होंने 1107 रन ठोककर इतिहास रच दिया है। ऑस्ट्रेलिया टीम ने महज रिकॉर्ड नहीं तोड़े, बल्कि क्रिकेट की किताब में नया अध्याय लिख दिया। तो आइए जानते है इस पारी के बारे में विस्तार से…..
Australia ने ठोके 1107 रन

1926-27 के शैफ़ील्ड शील्ड टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया की घरेलू क्रिकेट टीम विक्टोरिया (Australia) और न्यू साउथ वेल्स के बीच खेला गया मुकाबला ऐसा ही एक ऐतिहासिक मैच था। इस मुकाबले में विक्टोरिया की टीम ने पहली पारी में 1107 रन बनाकर विश्व क्रिकेट में नया अध्याय लिख दिया। यह स्कोर आज भी क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़े टीम स्कोर के रूप में दर्ज है।
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बल्लेबाजों ने दिखाया दम
मैच की शुरुआत में विक्टोरिया (Australia) के बल्लेबाजों ने विरोधी गेंदबाजों की जमकर खबर ली। बल्लेबाजी क्रम के लगभग हर खिलाड़ी ने शानदार योगदान दिया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा रही आर्थर मैलिंगटन और बिल पोंसफोर्ड की पारी की। पोंसफोर्ड ने इस ऐतिहासिक मुकाबले में दोहरा शतक जड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उनका शॉट चयन और स्ट्रोकप्ले इतना बेहतरीन था कि न्यू साउथ वेल्स के गेंदबाजों के पास कोई जवाब नहीं था।
चौके- छक्कों की हुई बरसात
विक्टोरिया (Australia) की पारी में चौके-छक्कों की ऐसी बरसात हुई कि दर्शक भी हैरान रह गए। 6, 6, 6… की गूंज पूरे मैदान में सुनाई देती रही। बल्लेबाजों का आक्रामक अंदाज देखकर ऐसा लग रहा था मानो वे किसी और स्तर का क्रिकेट खेल रहे हों। न्यू साउथ वेल्स के गेंदबाज थककर चूर हो गए और कोई भी असरदार स्पेल डालने में नाकाम साबित हुआ।
इस पारी के दौरान विक्टोरिया ने न केवल विपक्षी टीम पर मानसिक दबाव बनाया बल्कि क्रिकेट जगत को यह भी दिखा दिया कि लंबी पारियों में धैर्य और आक्रामकता का अनोखा मिश्रण कैसे काम करता है। विपक्षी टीम की हालत इतनी खराब थी कि उनकी गेंदबाजी पूरी तरह से बिखर गई।
मैच का नतीजा भले ही महत्वपूर्ण रहा हो, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए असली रोमांच विक्टोरिया की इस ऐतिहासिक बल्लेबाजी में था। 1107 रन का आंकड़ा उस दौर में किसी सपने जैसा लग रहा था और आज भी यह विश्व रिकॉर्ड कायम है।
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