Ishant Sharma

Ishant sharma: भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) जब लय में होते हैं, तो दुनिया के किसी भी बल्लेबाज के लिए उनका सामना करना आसान नहीं होता। उनकी रफ्तार, उछाल और सटीक लाइन-लेंथ का जवाब ढूंढना बल्लेबाजों के लिए किसी पहेली से कम नहीं होता। यही कारण है कि जब उन्होंने भारतीय टीम के लिए गेंद थामी, तो विपक्षी बल्लेबाजों की मुश्किलें बढ़ गईं। ईशांत ने केवल 3 ओवर में 12 रन देकर 5 विकेट चटकाए और अपनी घातक गेंदबाजी से मैच को पूरी तरह से एकतरफा बना दिया।

ईशांत शर्मा ने दिखाया दम

Ishant Sharma

हम जिस यादगार मुकाबले की बात कर रहे हैं वह मुकाबला आईपीएल 2011 के सीजन में 27 अप्रैल को खेला गया था, जहां ईशांत शर्मा (Ishant sharma) डेक्कन चार्जर्स की ओर से खेल रहे थे। उनकी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 129 रन बनाए।

डेक्कन के लिए कप्तान कुमार संगकारा ने अहम 65 रन की पारी खेली। लक्ष्य छोटा जरूर था, लेकिन डेक्कन चार्जर्स के गेंदबाजों ने इसे विशाल बना दिया। ईशांत शर्मा (Ishant sharma)  ने अपनी घातक गेंदबाजी से यह साबित कर दिया कि वह अकेले दम पर मैच का रुख बदल सकते हैं।

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कोच्चि टस्कर्स केरला की पारी बिखर गई

Ishant Sharma

लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोच्चि टस्कर्स केरला की टीम ईशांत शर्मा (Ishant sharma) के कहर में बुरी तरह से फंस गई। उन्होंने शुरुआती ओवर से ही बल्लेबाजों पर दबाव बनाया और अपनी आग उगलती गेंदों से उन्हें परेशान कर दिया।

ईशांत शर्मा (Ishant sharma) के आगे बड़े से बड़े बल्लेबाज बेबस नजर आए। विकेट गिरने का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि पूरी टीम 16.3 ओवर में मात्र 74 रनों पर ढेर हो गई। किसी भी बल्लेबाज को विकेट पर टिकने का मौका नहीं मिला, और पूरी पारी लड़खड़ा गई।

मैन ऑफ द मैच बने Ishant sharma

ईशांत शर्मा (Ishant sharma) के इस अविश्वसनीय प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ के खिताब से नवाजा गया। यह स्पेल आईपीएल इतिहास के बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक बन गया। उनकी गेंदबाजी इतनी प्रभावशाली थी कि बल्लेबाजों को समझ ही नहीं आया कि वे कैसे खेलें।

ईशांत शर्मा (Ishant sharma)  की स्विंग, उछाल और रफ्तार ने उन्हें पूरी तरह बेबस कर दिया। यह मैच उनके करियर के सबसे शानदार प्रदर्शनों में से एक था। इस मुकाबले ने यह साबित कर दिया कि जब ईशांत लय में होते हैं, तो किसी भी बल्लेबाज के लिए टिके रहना आसान नहीं होता।

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