BCCI: इस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है, जहां टीम इंडिया में देखा जाए तो एक से बढ़कर एक खिलाड़ी ऐसे हैं जो दमदार फॉर्म और टैलेंटेड होने के बावजूद भी टीम से बाहर होते नजर आ रहे हैं, क्योंकि मैनेजमेंट की रणनीति है कि वह अब टीम में नए और युवा खिलाड़ी को लाना चाहते हैं. यही वजह है कि कई अनुभवी और सीनियर खिलाड़ियों को अब टीम से बाहर किया जा रहा है.
आज हम ऐसे ही एक अनुभवी ऑलराउंडर खिलाड़ी की बात करने जा रहे हैं, जिसकी बस एक गलती का बीसीसीआई (BCCI) को इंतजार है और मौका मिलते ही इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा.
इस खिलाड़ी की बस एक गलती का इंतजार कर रही BCCI
हम यहां टीम इंडिया के जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं रविंद्र जडेजा है. दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी रवींद्र जडेजा इस वक्त रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी है. ऐसे में इंग्लैंड दौरे पर उन्हें जो शामिल किया गया है, उन पर यह दबाव होगा कि वह अपने आप को साबित करें और बेहतरीन प्रदर्शन दिखाएं क्योंकि अगर वह ऐसा नहीं कर पाए तो बीसीसीआई (BCCI) टेस्ट के नंबर वन ऑलराउंडर खिलाड़ी को बाहर करने में बिल्कुल भी देर नहीं करेंगी.
यही वजह है कि रविंद्र जडेजा को हर हाल में इंग्लैंड दौरे पर अपने आप को साबित करना होगा. वरना उनकी एक गलती उन्हें टीम से हमेशा के लिए बाहर कर सकती हैं.
विदेश में दमदार नहीं है रिकॉर्ड
दरअसल विदेशी सरजमीं पर रविंद्र जडेजा का रिकॉर्ड बेहद ही खराब है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भी उन्होंने कुछ खास कमाल नहीं दिखाया. ऐसे में इंग्लैंड दौरे पर उन्हें अपने आप को साबित करने का आखिरी मौका मिलेगा. जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ी का टीम में होना जितना ज्यादा जरूरी है उतना ही ज्यादा जरूरी इस वक्त उनके लिए अपने आप को साबित करना है कि वह इस उम्र में भी भारत के लिए बेहतरीन खेल कर दिखा सकते है.
ऐसा रहा टेस्ट करियर
इस खिलाड़ी ने अपने टेस्ट करियर में भारत के लिए 80 टेस्ट मैच खेलते हुए 3370 रन बनाए हैं. वहीं गेंदबाजी में उनके नाम 323 विकेट है. मौजूदा समय में देखा जाए तो बीसीसीआई (BCCI) जिस तरह की रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है, वैसे में जडेजा का ऑल ओवर टेस्ट करियर में प्रदर्शन बिल्कुल भी मायने नहीं रखता, वह हाल के मैच में कैसा प्रदर्शन करते हैं, आगे उसी से उनका फ्यूचर तय होगा.