Ruturaj Gaikwad: दलीप ट्रॉफी 2025 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में वेस्ट जोन के लिए खेलते हुए ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने एक बार फिर अपनी क्लास साबित कर दी है। मुश्किल हालात में बल्लेबाजी के लिए उतरे इस सलामी बल्लेबाज ने शानदार शतक जड़कर टीम को संकट से उबारा और पारी को संभालते हुए चयनकर्ताओं को यह कड़ा संदेश दिया कि वे फॉर्म और फिटनेस दोनों में पूरी तरह वापसी कर चुके हैं।
मुश्किल हालात में ठोका शतक

वेस्ट जोन की पारी की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। टीम ने सिर्फ 10 रन के भीतर यशस्वी जायसवाल (4) और हरविक देसाई (1) के विकेट गंवा दिए। ऐसे में जब टीम गहरे संकट में थी, ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) धैर्य और तकनीक का बेहतरीन मेल दिखाते हुए क्रीज पर टिके रहे। उन्होंने 131 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और चायकाल तक 157 गेंदों में 121 रन बनाकर नाबाद लौटे। उनकी पारी में 16 चौके शामिल रहे।
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साझेदारी से संभाली पारी
गायकवाड़ ने पहले आर्य देसाई के साथ तीसरे विकेट के लिए 82 रनों की अहम साझेदारी की। इसके बाद श्रेयस अय्यर के साथ भी उन्होंने पारी को आगे बढ़ाया। अय्यर ने 25 रन का योगदान दिया, लेकिन गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने एक छोर थामे रखा और रनगति को लगातार बनाए रखा। चायकाल तक वह तनुश कोटियन (26 रन नाबाद) के साथ 237/5 पर वेस्ट जोन की पारी को मजबूती दे चुके थे। इसके बाद तीसरे सत्र में भी गायकवाड़ ने अच्छी बल्लेबाजी की। मगर 184 रन बनाकर अपना विकेट गंवा बैठे। वे महज 16 रन से अपने दोहरे शतक से चूक गए।
चयनकर्ताओं को भेजा मजबूत संदेश
हाल ही में चोट से उबरकर मैदान पर लौटे गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने इससे पहले भी बुची बाबी टूर्नामेंट में शतक जड़ा था। अब दलीप ट्रॉफी में सेमीफाइनल जैसे बड़े मुकाबले में इतनी बड़ी पारी खेलकर उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे बड़े मंच पर टीम इंडिया की बल्लेबाजी लाइन-अप को मजबूती देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।