कृषि कानूनों के विरोध में घोषित किए गए भारत बंद का गहरा असर दिखाई दिया है. कई राज्यों में रेल यातायात बाधित करके चक्का जाम करने की कोशिश हो रही है और विरोधी पार्टियां धरना प्रदर्शन कर रही हैं. दूसरी ओर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में लेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को रोक दिया हैं. कई जगह सड़के बंद करके केंद्र सरकार के विरूद्ध नारेबाजी हो रही है. हरियाणा और पंजाब में इस बंद का व्यापक असर दिख रहा है.
किसानों ने कहा कि,” हम तीनों कानूनों की पूरी तरह वापसी की अपनी मांग पर अड़े रहेंगे और किसी तरह के संशोधनों पर राजी नहीं होंगे. ये ऐसे काननू हैं, जिसमें संशोधन से कोई फर्क नहीं पडता.”
तीन नए कानून
कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 8 December 2020, 12वें दिन भी जारी है. किसान केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसान तीन नए कानून-
1. मूल्य उत्पादन और कृषि सेवा अधिनियम, 2020,
2. आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 और
3. किसानों के उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020 का विरोध कर रहे हैं.
हम बुराड़ी नहीं जाना चाहते, हमें रामलीला मैदान जाने की अनुमति
पंजाब किसान यूनियन नेता आर. एस. मंशा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, हम दिल्ली-हरियाणा के लिए समस्या नही खड़ी करना चाहते. हमें रामलीला मैदान में प्रदर्शन की इजाजत दे देनी चाहिए.
किसान नेताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- हम बुराड़ी नहीं जाना चाहते, हमें रामलीला मैदान जाने की अनुमति दी जाए क्योंकि हमारा मकसद दिल्ली और हरियाणा के लोगों को परेशान करना नहीं है. किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सिंघु बॉर्डर पर मीडिया से बात करते हुए कहा- ‘भारत बंद’ सफल, सरकार को मालूम होगा कि उनके पास कोई रास्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज हमें बैठक के लिए बुलाया है, हम इसमें जरूर हिस्सा लेंगे.
क्या हमारे देश के किसान के साथ खड़ा होना गुनाह है
मनीष सिसोदिया दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा-” उप मुख्यमंत्री तक को मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दे रहे, और अमित शाह की पुलिस कह रही है कोई हाउस अरेस्ट नहीं है? क्या हमारे देश के किसान के साथ खड़ा होना इतना बड़ा गुनाह है?”
पुलिस पर आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि भारत बंद को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को नजरबंद कर दिया है. मुख्यमंत्री जब सिंघु बॉर्डर गए थे तभी से उन्हें नज़रबंद किया हुआ है. जबकी, दिल्ली पुलिस ने इस आरोप को खारिज कर दिया है. आप के विधायक केजरीवाल के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं.
शाम 7 बजे अमित शाह के साथ बैठक
राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता ने कहा-” शाम 7 बजे अमित शाह के साथ हमारी बैठक है. हम सिंघु बॉर्डर जा रहे हैं, जहां से हम गृह मंत्री अमित शाह से मिलने जाएंगे.”
कार्यकर्ताओं के बीच जयपुर में झड़प
राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीजेपी कार्यालय के बाहर किसानों आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के और भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. आंदोलन को समर्थन देने के लिये कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल पर प्रदर्शन किया और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का समूह प्रदर्शन करने के लिए बीजेपी प्रदेश मुख्यालय के बाहर जमा हुआ, वही उनकी भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं से झड़प हो गयी.
बिहार में किसान और महागठबंधन कार्यकर्त्ता सुबह से सड़कों पर आकर किसानों आंदोलन के समर्थन करने के साथ ही बंद को सफल बनाने में जुट गए थे.
दिल्ली, हरियाणा और पंजाब और सभी राज्यों में किसान संगठन और विरोधी पार्टियां विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) ने कहा कि, “‘भारत बंद’ किसानों की ताकत दिखाने का एक माध्यम है और उनकी मांगों को देशभर के लोगों का समर्थन मिला है.”
आंदोलन को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया
‘‘मोदी जी, किसानों से चोरी बंद करो. सभी देशवासी जानते हैं कि आज भारत बंद है. इसका संपूर्ण समर्थन करके हमारे अन्नदाता के संघर्ष को सफल बनाएं.’’ वहीं प्रियंका गांधी ने किसानों का समर्थन किया और आरोप लगाया.
‘‘जो किसान अपनी मेहनत से फसल उगाकर हमारी थालियों को भरता है, उन किसानों को बीजेपी सरकार अपने अरबपति मित्रों की थैली भरने के दबाव में भटका हुआ बोल रही है.’’
दूसरी और अब्बास नक़्वी और स्मुर्ती इरानी जैसे नेताओने इस आंदोलन को गलत भी ठहराया.