Cheteshwar Pujara: भारत और बांग्लादेश के बीच जारी 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला कानपुर के ग्रीन पार्क में जारी है। इस श्रृंखला के लिए लम्बे समय के बाद ऋषभ पंत और विराट कोहली को टेस्ट स्क्वाड में शामिल किया गया है। मगर दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के हाथ के बार फिर केवल निराशा आई। उन्हें चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया। हालांकि, अब पुज्जी की एक शानदार पारी ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खिंचा है।
Cheteshwar Pujara ने मचाया धमाल

चेतेश्वर पुजारा भले ही पिछले काफी समय से भारतीय स्क्वाड से बाहर हैं, लेकिन उन्होंने अपने करियर में कई शानदार पारियां खेली हैं। ऐसी ही एक बेहतरीन इनिंग उनके बल्ले से 2017 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में निकली थी। रांची के मैदान पर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कंगारू टीम के गेंदबाजों की हवा टाइट करते हुए दोहरा शतक जड़ दिया। उन्होंने 525 गेंदों पर 21 चौकों की मदद से 202 रन बनाए। यानी उन्होंने लगभग 88 ओवरों तक बल्लेबाजी की।
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ड्रॉ हुआ मैच

चेतेश्वर पुजारा की इस विशाल पारी के बावजूद भारत यह मैच नहीं जीत पाया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान स्टीव स्मिथ (178*) और ग्लेन मैक्सवेल (104) के शतक की बदौलत 451 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में भारत ने चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के दोहरे शतक और रिद्धिमान साहा (117) के शतक के चलते पहली पारी 603/9 रन के स्कोर पर घोषित कर दी। वहीं, कंगारुओं ने दूसरी इनिंग में 204/6 रन बना लिए थे, लेकिन इसके बाद दिन खत्म हो गया और मुकाबला बराबरी पर समाप्त कर दिया गया।
शानदार रहा है पुजारा का करियर

36 साल के चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में वर्ष 2010 में डेब्यू किया था। वहीं, उन्होंने अपना अंतिम मैच 2013 में खेला। इन 13 वर्षों में दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 103 टेस्ट मैचों की 176 पारियों में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 19 शतक और 35 अर्धशतक भी निकले। पुजारा को भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन रेड बॉल क्रिकेटर्स में से एक माना जाता है।