अब उत्तरप्रदेश गोरखपुर मे शेरनी दस्ता चोर उचक्कों के छक्के छुड़ाएगा. दरअसल गोरखपुर मन्दिर परिसर से 6 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शेरनी दस्ते को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंदिर से निकलकर यह दस्ता महानगर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए पुलिस लाइन परिसर में पहुंचा। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में शेरनी दस्ता महिलाओ, बेटियों की रक्षा करेगी.
इससे महिला अपराधों में कमी आएगी। चेन छिनैती सहित तमाम अपराधिक गतिविधियो को रोकने की कोशिश की जाएगी। गोरखनाथ मंदिर में सुबह शेरनी दस्ते में शामिल महिला पुलिसकर्मियों को रवाना किया गया.
इनको मिली शेरनी दस्ता की ज़िम्मेदारी…
शेरनी दस्ते में 100 महिला पुलिस कर्मी शामिल हैं, लेकिन रैली के लिए 100 पुरुष पुलिस कर्मियों को भी शामिल गया। मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह जिस शेरनी दस्ते को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, उसका नेतृत्व महिला आरक्षी आरती मिश्रा व जया रंजन यादव के हांथो मे दिया गया। दस्ते के नेतृत्व से वह गौरान्वित महसूस कर रही थी। उनका कहना है कि इससे भी अधिक गौरवशाली यह रहा कि उनके दस्ते को स्वयं मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शेरनी दिखी उत्साहित….
शेरनी दस्ते में शामिल होने को लेकर महिला पुलिस कर्मियों में विशेष उत्साह देखने को मिला है। सुबह कार्यक्रम स्थल पर महिलाएं पहुंची तो कोई यह कहते नजर आया कि आज से यह स्कूटी मेरी होगी तो किसी ने कहा कि अब गली-गली दबोचे जाएंगे अपराधी। महिला पुलिस कर्मियों के साथ ही वहाँ उपस्थित अन्य लोगों मे इस बात की चर्चा थी कि शेरनी दस्ते के निकलने से महिला अपराध में निश्चित ही कमी आएगी।
शेरनी के वाहन हैं खास….
हीरो मोटोकार्प द्वारा पुलिस विभाग को सौंपी गई 100 स्कूटियों में जीपीएस सिस्टम, सायरन, फ्लैश लाइट, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, पेपर स्प्रे आदि से लैस है। इससे प्रभावी ढंग से गश्त करने में मदद मिलेगी और अपराधियों को भी पकड़ा जा सकेगा. इस शेरनी दस्ते के गठन के बाद अब महिला पुलिसकर्मी भी अपने इलाकों में गश्त करेंगी। इनकी ड्यूटी ऐसी जगहों पर लगाई जाएगी। जहां पर महिलाएं, युवतियां, छात्राओं का आवागमन हो। दस्ते के गठन के बाद से अब शोहदों पर कड़ी निगरानी रखी जा सकेगी।