दुनिया की सबसे खतरनाक महामारी कोरोना वायरस ने दुनिया को अपनी ताकत के आगे झुका रखा है. लेकिन अब कोरोना की शामत आ चुकी है, क्योंकि भारत में स्वदेशी कोरोना वैक्सीन का निर्माण सफलतापूर्वक कर लिया गया है. भारत ने इस महमारी के समय दुसरे देशों की मदद के लिए हाथ आगे बढाया है.
बता दें भारत की तरफ से कुल 13 देशो को कोरोना वैक्सीन का निर्यात किया जा रहा है, जिसमें बांग्लादेश समेत भूटान, मालदीव, मंगोलिया, म्यांमार, नेपाल, बहरीन, ब्राजील, मॉरीशस, मोरक्को, ओमान, सेशेल्स और श्रीलंका- शामिल किये गए हैं. अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि सरकार भारत में कोरोना वैक्सीन की बिक्री क्यों शुरू नहीं कर रही. जाने वजह
कोरोना वैक्सीन पर किरण मजुमदार शॉ
भारत में स्वास्थ्य से जुड़े कई विशेषज्ञों ने सरकार से निजी कंपनियों को दवा पेश करने की अनुमति देने की मांग की है. जबकि भारत में वैक्सीन के निर्माण करने की क्षमता में कोई कमी नहीं हो सकती. वहीं सरकार के द्वारा दिए गए लगभग सभी टारगेट पुरे किये जा रहे हैं.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ किरण मजुमदार शॉ ने बताया की भारत के दुसरे देशों को वैक्सीन सप्लाई करने से कोई दिक्कत नहीं आने वाली, उन्होंने ट्विट करके बताया कि,
”जब तक प्राइवेट अस्पताल आम लोगों को वैक्सीन देना शुरू नहीं करते हैं, हमें दो मिलियन लोगों को वैक्सीन देने की जरूरत है. वैक्सीन उत्पादन के साथ तालमेल बैठाने में दिक्कत का सामना करना होगा, जो कि पहले से ही अधिक है. अन्य देशों की तरह हमारे यहां आपूर्ति की समस्या नहीं है.”
कोरोना वैक्सीन के मामले में प्राथमिकता जरूरी है और सभी देश इसका पालन कर रहे हैं-वी.के पॉल नीति आयोग
इस मामले में नीति आयोग प्रमुख वी.के पॉल ने अपनी बात रखी है. उन्होंने भारत द्वारा अन्य देशों में वैक्सीन सप्लाई करने पर अपना पक्ष रखते हुए कहा,
”वैक्सीन के मामले में प्राथमिकता जरूरी है और सभी देश इसका पालन कर रहे हैं. सामाजिक दायित्व की भावना, सार्वजनिक स्वास्थ्य की भावना को देखते हुए. अगर आप स्वस्थ हैं और 50 साल से कम उम्र के हैं, तो आपको इंतजार करना चाहिए और उन लोगों को मौका देना चाहिए, जिन्हें इसकी ज्यादा जरूरत है.”
इसके अलावा उन्होंने इस महीने शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बारे में बताते हुए कहा,
“पहले 7-8 महीने, हम 30 करोड़ लोगों को ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिनके बारे में हम पहले भी कई बार बात कर चुके हैं और हम जानते हैं कि वे कौन हैं, जो जरूरतमंद हैं.”
फिलहाल कोरोना वैक्सीन कोरोना फाइटर्स को दी जा रही है, जिहोने अपनी जान की परवाह न करते हुए मरीजों की देखभाल की है.