Cricket: खेल की दुनिया में अक्सर कई ऐसी घटनाएं सामने आती है जिससे क्रिकेट फैंस के बीच मायूसी छा जाती है. खेल के दौरान कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके निधन की खबरें सामने आ रही है और इस वक्त ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसने क्रिकेट (Cricket) जगत को पूरी तरह से गमगीन कर दिया है.
लंबे समय तक क्रिकेट में अपना योगदान देने वाले ये खिलाड़ी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं.
Cricket: आबिद अली
आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में 9 सितंबर 1941 को जन्मे मशहूर पूर्व भारतीय ऑलराउंडर सैयद सैयद आबिद अली ने 83 साल की उम्र में 12 मार्च 2025 को दुनिया को अलविदा कह दिया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में उन्होंने 55 रन देकर 6 यादगार विकेट हासिल किए.
यहां बल्लेबाजी में भी अपनी क्षमता दिखाते हुए उन्होंने 78 और 81 रन की पारी खेली. भारत के लिए उन्होंने 29 टेस्ट में कुल 1018 रन और 47 विकेट लेने का काम किया.
पद्माकर शिवालकर
14 अप्रैल 1940 को महाराष्ट्र के मुंबई में जन्मे महान स्पिनर पद्माकर काशीनाथ शिवालकर ने 84 साल की उम्र में 3 मार्च 2025 को दुनिया को अलविदा कह दिया. वो मुंबई के दिग्गज स्पिनर माने जाते थे जिन्होंने 124 प्रथम श्रेणी क्रिकेट (Cricket) में 589 विकेट हासिल किया.
इस खिलाड़ी के नाम कुल 605 विकेट दर्ज हैं जिन्होंने 12 लिस्ट ए मैंचो में 16 विकेट लेने का काम किया था. 22 साल की उम्र में रणजी डेब्यू करने वाले शिवालकर ने 48 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलना जारी रखा.
रोनाल्ड ड्रेपर
98 साल 63 दिन की उम्र में 28 फरवरी 2025 को दुनिया के उम्र दराज टेस्ट क्रिकेटर रोनाल्ड ड्रेपर ने दुनिया को अलविदा कह दिया. शिर्ष क्रम के बल्लेबाज और कभी-कभी विकेटकीपर रहे ड्रेपर ने 1950 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के लिए दो टेस्ट मैच खेले.
इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी अपना दमदार खेल दिखाया था. साउथ अफ्रीका के प्रतिष्ठित करी कप प्रतियोगिता में एक ही मैच में दो शतक लगाने वाले वह पहले बल्लेबाज रहे थे.
कीथ स्लेटर
स्लेटर पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल बहू खेल एथलीट में से एक थे जिन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया फुटबॉल और बेसबॉल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. 88 साल की उम्र में 24 फरवरी 2025 को इस खिलाड़ी ने अंतिम (Cricket) सांस ली.
राघवन रघुनाथ
भारत के राइट हैंड बैट्समैन रघुनाथ जिन्होंने केरल के पालघाट में जन्म लिया था, उन्होंने 87 साल की उम्र में 18 फरवरी 2025 को दुनिया को अलविदा (Cricketer Death) कहा. इस खिलाड़ी ने अपने बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी से भी काफी ज्यादा प्रभावित किया.
1951 से 1956 तक केरल के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट (Cricket) इस खिलाड़ी ने खेला जिन्होंने 1951- 52 सीजन के दौरान उद्घाटन रणजी ट्रॉफी मैच में टीम की कप्तानी भी की.