IPL : आईपीएल (IPL) का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और क्रिकेट के रोमांच का माहौल बना हुआ है। लेकिन इसी बीच खेल भावना और मैदान पर खिलाड़ियों के बर्ताव को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है, लेकिन पिछले कुछ समय में मैदान पर बढ़ती आक्रामकता ने इस खेल की मूल भावना पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रतिस्पर्धा के बढ़ते दबाव और गुस्से की वजह से कई बार खिलाड़ी आपा खो बैठते हैं, जिससे खेल का सम्मान खतरे में पड़ जाता है।
क्रिकेट मैच के दौरान विवाद में खिलाड़ी की हत्या
आईपीएल (IPL) के रोमांच के बीच हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में हुई एक घटना ने सबको अचंभित कर दिया। एक स्थानीय मैच के दौरान मामूली कहासुनी इतनी बढ़ गई कि गुस्से में एक खिलाड़ी ने बल्ले से अपने साथी क्यूम खान (32) के सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद आरोपी खिलाड़ी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश जारी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि मैच में शामिल सभी खिलाड़ियों को पूछताछ के लिए तलब किया गया है।
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क्या कहता है क्रिकेट प्रशासन?
बीसीसीआई, आईपीएल (IPL) और अन्य क्रिकेट प्रशासनिक निकायों को इस तरह की घटनाओं से सीख लेते हुए सख्त अनुशासनात्मक नीतियां लागू करनी होंगी। क्रिकेट सिर्फ एक खेल है, इसे लड़ाई का मैदान बनने से रोकने की जरूरत है। खिलाड़ियों के लिए सख्त आचार संहिता बनानी होगी।
IPL में प्रतिस्पर्धा बनाम खेल भावना: क्या कड़े फैसलों की जरूरत?
आईपीएल (IPL) जैसे टूर्नामेंट्स में भी यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रतिस्पर्धा का स्तर ऊंचा रहे, लेकिन खेल भावना से समझौता न हो। हिमाचल की घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या क्रिकेट को सही मायनों में एक जेंटलमैन गेम बनाए रखने के लिए कड़े फैसलों की जरूरत है?
क्रिकेट प्रशासन को अब आईपीएल (IPL) सहित सभी चाहे व अंतरराष्ट्रीय हो या घरेलू नए नियम और सख्त अनुशासन लागू करने होंगे, ताकि खेल की गरिमा बनी रहे और खिलाड़ियों में संयम और अनुशासन की भावना विकसित हो।
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