&Quot;इस तरह की हार से काफी दुःख होता है&Quot; डेविड वॉर्नर ने दिल्ली कैपिटल्स के खराब सीजन को लेकर इन खिलाड़ियों को बताया जिम्मेदार

डेविड वॉर्नर की अगुवाई में दिल्ली के सीजन का आखिरी मैच बहुत ही खराब साबित हुआ। चेन्नई के खिलाफ इस मुकाबले में दिल्ली की टीम को 77 रनों से करारी शिकस्त मिली। 224 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम कभी भी इस मुकाबले में ठहर नहीं सकी। कप्तान वार्नर (David Warner) ने अकेले संघर्ष करते हुए 86 रन जरूर बनाए लेकिन वह टीम के लिए काफी साबित नहीं हुए। इस मुकाबले में मिली हार के बाद वॉर्नर अपने गेंदबाजों का बचाव करते नजर आए।

डेविड वॉर्नर ने अकेले खेली कप्तानी पारी

&Quot;इस तरह की हार से काफी दुःख होता है&Quot; डेविड वॉर्नर ने दिल्ली कैपिटल्स के खराब सीजन को लेकर इन खिलाड़ियों को बताया जिम्मेदार

दिल्ली की टीम चेन्नई के खिलाफ जब आखिरी मुकाबले में उतरी तब उनके पास सम्मान बचाने का शानदार मौका था। लेकिन 224 रनों के लक्ष्य के जवाब में दिल्ली की टीम 77 रनों से पीछे रह गई। दिल्ली की धीमी पिच पर चेन्नई के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और इसी बात की तारीफ दिल्ली के कप्तान डेविड वॉर्नर (David Warner) भी करते नजर आए। अपने गेंदबाजों से ज्यादा डेविड वॉर्नर अपने बल्लेबाजों से नाखुश नजर आए जिन्होंने पावर प्ले में अपने विकेट फेंक दिए।

डेविड वॉर्नर ने हार के बाद कहा

&Quot;इस तरह की हार से काफी दुःख होता है&Quot; डेविड वॉर्नर ने दिल्ली कैपिटल्स के खराब सीजन को लेकर इन खिलाड़ियों को बताया जिम्मेदार

प्लेऑफ से पहले ही बाहर हो चुकी दिल्ली की टीम को आखिरी मुकाबले में भी शिकस्त मिल गई। इस मुकाबले में मिली हार के बाद डेविड वॉर्नर (David Warner) ने कहा “सीएसके को श्रेय, उन्होंने आज हमसे बेहतर प्रदर्शन किया। हमने देखा कि यह एक अच्छी पिच थी, शुरुआती ओवर में बाउंड्री थी और हम उनके गेंदबाजों पर अधिक दबाव बना सकते थे। कुछ सकारात्मक चीजें थीं, हम गेंद के साथ बहुत खराब नहीं हुए, बल्ले से हमने साझेदारी नहीं की, गुच्छों में विकेट गंवाए, हमने कुछ गेम बुरी तरह गंवाए और इससे चोट लगी, हमें इन चीजों पर ध्यान देना होगा और अगले सीजन में मजबूती से वापसी करें। हम विकेटों को दोष देते नहीं रह सकते, हमें इस सीजन में इनमें से कुछ मिलते रहे हैं। हमें परिस्थितियों से तालमेल बिठाना होगा चाहे वह कितनी भी कठिन क्यों न हो। आपको अपने गेम प्लान का समर्थन करना होगा, बाउंड्री मारनी होगी और स्पिन के खिलाफ अपने पैरों का इस्तेमाल करना होगा। आप किसी भी गेंदबाज के खिलाफ नहीं फंस सकते, साझेदारी आसान होती। मैं शीर्ष क्रम में लगातार बने रहना चाहता हूं, आपको खुद को मौका देने के लिए एक अच्छे एसआर की जरूरत है, लेकिन हम बल्लेबाजी पावरप्ले में बहुत सारे विकेट गंवाते रहे, ये कुछ चीजें हैं जिनके बारे में हमें सोचने की जरूरत है।” दिल्ली ने अपने इस सीजन का सफर नौवें स्थान पर समाप्त किया है और 14 मुकाबलों में वह बस 5 मुकाबले में ही जीत दर्ज कर सकी।