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वॉट्सऐप (WhatsApp) का इस्तेमाल फेक न्यूज और गलत इन्‍फर्मेशन फैलाने के लिए भी किया जाता है. हालांकि फेक न्‍यूज के सर्कुलेशन को रोकने लिए वॉट्सऐप, फीचर्स की एक लिस्‍ट लागू करने का दावा कर रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध, हाल में पूरे हुए 5 राज्‍यों के विधानसभा चुनाव और तमाम राजनीतिक-सामाजिक पहलुओं को देखते हुए आम जनता के बीच में अफवाहों को रोकने के लिए फैक्ट चेक करना सबसे जरूरी चीज हो जाती है.

अगर फैक्ट चेक सर्विस की बात करे तो इंडिया में कम से कम 10 फैक्‍ट-चेक ऑर्गनाइजेशंस के पास WhatsApp पर अपनी टिपलाइन. यानि की इस लाइन्स पर आप अपनी जानकारी को वेरीफाई कर सकते है. इन ऑर्गनाइजेशंस की मदद से फोटो, वीडियो और वॉयस रिकॉर्डिंग समेत अन्‍य कंटेंट को वेरिफाई किया जा सकता है.

WhatsApp पर फैक्ट चेक हेल्प लाइन या टिप लाइन

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WhatsApp पर मौजूद फैक्‍ट चेकर्स का इस्‍तेमाल करके फर्जी खबरों की पहचान की जा सकती है और इन्‍फर्मेशन को वेरिफाई किया जा सकता है. ये इस प्रकार हैं.

AFP: +91 95999 73984
बूम: +91 77009-06111 / +91 77009-06588
फैक्‍ट क्रेस्केंडो: +91 90490 53770
फैक्‍टली: +91 92470 52470
इंडिया टुडे: +91 7370-007000
न्यूजचेकर: +91 99994 99044
न्यूजमोबाइल: +91 11 7127 9799
क्विंट WebQoof: +91 96436 51818
द हेल्‍दी इंडियन प्रोजेक्‍ट : +91 85078 85079
विश्वास न्‍यूज : +91 92052 70923 / +91 95992 99372

इन टिपलाइन्‍स के अलावा IFCN के पास खुद का डेडिकेटेड वॉट्सऐप चैटबॉट है, जो यूजर्स को उन्‍हें मिली इन्‍फर्मेशन वेरिफाई करने में मदद करता है.

कैसे करे फैक्ट चेक

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यूजर को अपनी कांटेक्ट लिस्ट में ऊपर बताये हेल्प लाइन या टिप लाइन नंबर को सेव करना होगा. इसके बाद आपको इस पर Hi का मैसेज भेजना होगा. क्‍योंकि ये टिपलाइन चैटबॉट होती हैं, इसलिए आप जिस इन्‍फर्मेशन को फीड करेंगे, उसे वेरिफाई करने में उन्हें कुछ समय लगता है.

AFP : AFP फैक्ट चेक टिपलाइन को टेक्स्ट मेसेज, वीडियो और फोटोज की हकीकत चेक करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं को सपोर्ट करता है.

बूम : AFP की तरह बूम भी अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं को सपोर्ट करता है. यह बंगाली भाषा में भी काम करता है. यूजर्स इसकी मदद से उन्‍हें मिलीं फोटो, वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट को वेरिफाई कर सकते हैं. बूम के न्यूजलेटर को भी सब्‍सक्राइब किया जा सकता है.

फैक्ट क्रेस्केंडो : यह 9 भाषाओं को सपोर्ट करता है. इनमें बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, मराठी, ओडिया और तमिल शामिल हैं. यूजर्स की जानकारी को वेरिफाई करने के अलावा यह COVID-19 से जुड़ी जानकारी भी देता है.

फैक्टली : इसके जरिए किसी आर्टिकल, वीडियो और बाकी कंटेंट को व‍ेरिफाई किया जा सकता है. यूजर फैक्टली के न्यूजलेटर का सब्‍सक्रिप्‍शन भी ले सकते हैं. यह सिर्फ अंग्रेजी में ही काम कर सकता है.

इंडिया टुडे: फैक्टली की तरह इंडिया टुडे ग्रुप, फैक्ट चेक यूजर्स को मेसेज, फोटो या वीडियो के रूप में अपनी जानकारी सबमिट करने देता है. यह अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी को भी सपोर्ट करता है.

न्‍यूजचेकर : यह अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, मराठी, पंजाबी और उर्दू समेत 9 भाषाओं में काम करता है. इसके जरिए यूजर्स उन्‍हें मिले संदिग्ध मेसेज, फोटो और वीडियो को वेरिफाई कर सकते हैं.