थानेदार बेटी ने काटा अपने ही पिता का चालान, पूरा किया खाकी का फर्ज

सीएम योगी के मिशन शक्ति अभियान के तहत इटावा जिले में छात्राओं ने एक दिन के लिए थानेदार बनकर जनता की समस्याओं को सुना। छात्राओं ने अपने-अपने क्षेत्र में पहुंचकर वाहन चेकिंग भी की। गौर करने वाली बात यह है कि चेकिंग के दौरान एक छात्रा के पिता बिना हेलमेट के घूम रहे थे कि अचानक सामने उनकी ही बेटी थानेदार बनकर सामने आ गई। बेटी ने खाकी का फर्ज और ड्यूटी दोनों को पूरा करते हुए पिता का चालान काटकर सबक सिखाया। छात्रा के एक्शन को देखकर पुलिस वाले भी हैरान रह गए।

अंकाक्षा गुप्ता बनी 1 दिन की थानेदार

थानेदार बेटी ने काटा अपने ही पिता का चालान, पूरा किया खाकी का फर्ज

बालिका दिवस पर थाना ऊसराहार में थाना प्रभारी पद पर आकांक्षा गुप्ता तो सब इंस्पेक्टर पद पर कृति ने कार्यभार संभाला। आकांक्षा ने  थाने का निरीक्षण किया। सभी पुलिसकर्मियों से परिचय प्राप्त करने के बाद थाने में फरियाद लेकर आए भोले सक्सेना के प्रार्थना पत्र पर सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र शर्मा को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।

थाना प्रभारी अमरपाल सिंह और पुलिस कर्मियों के साथ कस्बा में गश्त भी की। वाहन चेकिंग के दौरान आकांक्षा ने बाइक पर बिना हेलमेट जा रहे पिता अरविंद गुप्ता को भी रुकवाया और चालान काटने के निर्देश दिए। भविष्य में परिवार की भलाई के लिए हेलमेट लगाकर ही बाइक चलाने की सलाह दी। इस पर अरविंद ने बेटी के समक्ष आगे से ऐसी गलती दोबारा नहीं करने की शपथ ली।

पुलिस के काम को जानने का मिला मौका

थानेदार बेटी ने काटा अपने ही पिता का चालान, पूरा किया खाकी का फर्ज

आकांक्षा थाना प्रभारी बनाए जाने पर बेहद खुश दिखी। उसने कहा कि पुलिस के कामकाज को नजदीक से जानने का मौका मिला और पुलिस को लेकर सोच सकारात्मक बनी। बोली, समाज अब बेटियों को बोझ नहीं समझ रहा है। बेटियां भी अब कदम से कदम मिलाकर समाज और राष्ट्र के लिए बराबर कार्य कर रही हैं। उन्होंने थाने का निरीक्षण किया, प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्रवाई करने और पीडि़तों को हर संभव मदद दिलाने को कहा है। दोपहिया वाहन चालकों से अपने परिवार के हितों की रक्षा के लिए हेलमेट लगाकर वाहन चलाने और कानून का पालन करने की अपील की।

मेरा नाम दिव्यांका शुक्ला है। मैं hindnow वेब साइट पर कंटेट राइटर के पद पर कार्यरत...