जब भी पर्दे पर बायोपिक फिल्में आती हैं तो फैंस की दिलचस्पी और ज्यादा बढ़ जाती है। वैसे तो बॉलीवुड में क्रिकेटरों से लेकर राजनेताओं तक कि बायोपिक बड़े पर्दे पर दिखाई गई है, लेकिन जब बॉलीवुड स्टार्स की ही कहानी फिल्म बनकर सामने आई तो दर्शक खुशी से झूम उठे। तो चलिए आपको बताते हैं उन फिल्मों के बारे में जिन्होंने पर्दे पर बॉलीवुड स्टार्स की ही रियल लाइफ दिखाई और फैंस के दिल जीत लिए।
संजू
बॉलीवुड के खलनायक यानी कि संजय दत्त एक बेहतरीन एक्टर हैं। हालांकि उनकी निजी जिंदगी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही। कभी हीरोइनों से अफेयर तो कभी ड्रग्स का मामला संजय दत्त से जुड़ा रहा।
संजय दत्त की इस कहानी को राजकुमार हिरानी ने साल 2018 में बड़े पर्दे पर ‘संजू’ फिल्म में उतारा। इस फिल्म में संजय दत्त का किरदार रणबीर कपूर ने निभाया था। इस फिल्म ने संजय दत्त की बिगड़ी छवि को सुधारने का भी काम किया था। इसके अलावा फिल्म बड़े पर्दे पर हिट साबित हुई थी।
द डर्टी पिक्चर
विद्या बालन की बेहतरीन फिल्मों में से एक ‘द डर्टी पिक्चर’ ने साउथ की मशहूर एक्ट्रेस सिल्क स्मिता की कहानी दिखाई थी। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, इमरान हाशमी और तुषार कपूर भी अहम रोल में नजर आए थे। हालांकि मेकर्स का कहना था कि फिल्म सिल्क की निजी जिंदगी पर आधारित नहीं है, लेकिन फिल्म की कहानी और दिखाने का तरीका कुछ और ही कहानी कह रहा था।
इस फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे सिल्क की बोल्डनेस की वजह से फिल्में चलती थी और फिर कैसे गुजरते वक्त के साथ लोग उनकी बोल्डनेस से भी ऊब गए।इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाया था।
एक अलबेला
बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर भगवान दादा की कहानी फिल्म ‘एक अलबेला’ में दिखाई गई थी। ये फिल्म साल 2016 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में भगवान दादा के आम आदमी से भारतीय सिनेमा का मशहूर नाम बनने की कहानी दिखाई गई थी। इसमें मंगेश देसाई ने भगवान दादा का रोल निभाया था और विद्या बालन गीता बाली के रोल में नजर आईं थी।
भूमिका
हंसा वाडकर की असल जिंदगी पर आधारित इस फिल्म में स्मिता पाटिल ने हंसा का किरदार निभाया था। श्याम बेनेगल ने इस फिल्म का निर्देशन किया था और ये फिल्म 1977 में रिलीज हुई थी। बता दें कि हंसा वाडकर भारतीय सिनेमा की एक स्टेज एक्ट्रेस थीं। फिल्म ने दो नेशनल अवॉर्ज और फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किए थे।
महंती
साउथ सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री सावित्री की कहानी को तेलुगू फिल्म ‘महंती’ ने बखूबी पर्दे पर उतारा था। लोगों की नजरों में सावित्री भारतीय सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार थीं। इस फिल्म का निर्देशन नाग अश्विन ने किया था।
फिल्म में सावित्री का किरदार कीर्ति सुरेश ने निभाया था और दलेकर सलमान ने जेमिनी का किरदार निभाया था। सावित्री को तेलुगू और तमिल सिनेमा मे बतौर डांसर काम करने के बाद लोगों की तारीफ मिली थी। उन्हें फिल्म ‘चिवारकु मिवीलेडी’ फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। महज 45 साल की उम्र में 19 महीने तक कोमा में रहने के बाद एक्ट्रेस ने दम तोड़ दिया था। इस फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला था।