Team India: टीम इंडिया (Team India) में चयन को लेकर हमेशा चर्चाएं होती रहती हैं, और इस बार कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने संकेत दिए हैं कि आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम संयोजन में रोहित शर्मा और विराट कोहली से अधिक भरोसा किसी और पर जताया जा सकता है। दिलचस्प बात यह है कि यह भरोसा एक तेज गेंदबाज पर दिखाया गया है, जो 415 दिन बाद फिर से आईसीसी टूर्नामेंट में दमदार वापसी कर रहा है।
Gautam Gambhir ने किस खिलाड़ी पर किया भरोसा?
जी हां, हम बात कर रहे हैं तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की, जिन्होंने पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारत के सबसे प्रभावी गेंदबाजों में से एक थे। उन्होंने टूर्नामेंट में 7 मैचों में 24 विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित की थी। हालांकि, इसके बाद से वह चोट और फिटनेस से जूझते रहे, जिससे उन्हें टीम इंडिया (Team India) से बाहर रहना पड़ा। लेकिन अब जब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम की योजना बनाई जा रही है, तो उनकी वापसी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
गौतम गंभीर, जो अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने इशारों-इशारों में यह जता दिया कि भारत को बड़े टूर्नामेंट में अनुभवी मैच-विनर गेंदबाजों की जरूरत होगी। उनकी नजर में शमी एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी समय गेम का रुख बदल सकते हैं।
यह भी पढ़ें-इधर रजत पाटीदार बने RCB के कैप्टन, तो उधर 3 कप्तान हुए IPL 2025 से बाहर
Team India के लिए क्या शमी बना सकते हैं बड़ा अंतर?
टीम इंडिया (Team India) की तेज गेंदबाजी यूनिट में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों की गैर हाजिरी में शमी का नाम सबसे पहले लिया जा रहा है। इसकी वजह उनकी स्विंग, सटीक लाइन-लेंथ और नॉकआउट मैचों में प्रदर्शन करने की क्षमता है। चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया के मैच दुबई में होंगे, जहां स्विंग गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिलती है। ऐसे में शमी का टीम में होना भारत के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकता है।
Gautam Gambhir का रोहित-कोहली पर कम होता भरोसा?
कोच का रोहित और कोहली पर ज्यादा निर्भरता कम करने की रणनीति बन सकती है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि वे टीम इंडिया (Team India) से बाहर होंगे, लेकिन उनकी भूमिका को बदला जा सकता है। अगर शमी फिट रहते हैं तो चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी गेंद से कहर बरपा सकते हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि शमी गौतम गंभीर की उम्मीदों पर कितना खरा उतरते हैं और क्या वाकई 415 दिन बाद चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी धाकड़ गेंदों से विपक्षी बल्लेबाजों के होश उड़ा सकते है?