“वहां कोच किस लिए हैं?” Gautam Gambhir ने द्रविड़ पर साधा निशाना, तो पृथ्वी शॉ का किया समर्थन, लगातार नज़र अंदाज किए जाने पर फूटा गुस्सा ∼
भारतीय टीम (Team India) के प्रदर्शन में पिछले कुछ वक्त में लगातार गिरावट देखने को मिली है। राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के हेड कोच बनते ही खिलाड़ी मैदान में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए हैं। यहीं नहीं बल्कि युवा खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया जा रहा है। वहीं, मौजूदा कोच की ट्रेनिंग में प्लेयर मैनेजमेंट भी बड़ी समस्या बनकर सामने आया है। जिसकी वजह से बीते कुछ वक्त से द्रविड़ को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने भी इन मुद्दों पर अपनी बात उठाते हुए भड़ास निकाली है।
Gautam Gambhir ने पृथ्वी शॉ को किया समर्थन

दरअसल, टीम इंडिया को एक के बाद एक सीरीज में मिलती असफलता के बाद युवा खिलाड़ियों को भी नजरअंदाज किया जाने लगा है। वहीं, इन मुद्दों को उठाते गुए भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने द्रविड़ और सेलेक्टर्स पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है। इसके साथ ही गंभीर (Gautam Gambhir) ने लगातार टीम इंडिया से बाहर रखे जाने वाले युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को समर्थन किया है। हालांकि गंभीर ने मैनजमेंट को सही तरीके से काम करने को लेकर भी सलाह दी है।
गंभीर ने चयनकर्ताओं पर उठाए सवाल

बता दें कि गंभीर (Gautam Gambhir) ने स्टार स्पोर्ट्स पर युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ के बारे में बात करते हुए कहा कि,
“वहां कोच किस लिए हैं? वहां चयनकर्ता किस लिए हैं? ना केवल टीम का चयन करने के लिए, ना सिर्फ उनको थ्रो-डाउन देने के लिए या उन्हें खेल के लिए तैयार करने के लिए। अंततः ये चयनकर्ता और कोच के साथ-साथ प्रबंधन का काम है कि उन्हें इन लोगों की मदद करनी चाहिए। पृथ्वी शॉ जैसा कोई खिलाड़ी, हम सभी जानते हैं कि उसके पास किस तरह की प्रतिभा है। संभवत: उन्हें उसे सही रास्ते पर लाना चाहिए और यही प्रबंधन का एक काम है।”
गंभीर ने राहुल को समझाई कोचिंग

गंभीर (Gautam Gambhir) ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि,
“मुझे लगता है कि अगर पृथ्वी शॉ के साथ ऐसा है (फिटनेस और लाइफस्टाइल के मुद्दे) किसी को चाहे वो राहुल द्रविड़ हो या चयनकर्ताओं का अध्यक्ष, वास्तव में उसके शॉ के साथ बात करनी चाहिए, उसे क्लैरिटी दें और उसे टीम इंडिया के ग्रूप के चारों ओर रखें। जिन लोगों को सही रास्ते पर होना चाहिए उन्हें ग्रुप के आसपास होना चाहिए, ताकि उन पर बेहतर निगरानी रखी जा सके. क्योंकि जिस क्षण आप उन्हें अलग छोड़ देते हैं, वो हर जगह जा सकते हैं।”
‘मुझे लगा कि वो मर गए हैं…बस ड्राइवर बना ऋषभ पंत के लिए मसीहा, खौफनाक वारदात का बताया आँखों देखा हाल