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Team India: रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद अब टीम इंडिया  में एक नए युग की शुरुआत होती दिख रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य कोच गौतम गंभीर ने BCCI से टीम की कमान अपने हाथों में लेने की मांग की है। गंभीर अब तक के सबसे ताकतवर कोच बनकर उभरे हैं, जो पूरी तरह अपनी शर्तों पर टीम चलाना चाहते हैं। ऐसे में केवल एक खिलाड़ी है जो गंभीर के एकछत्र राज को चुनौती दे सकता है-

युवा Team India का खाका तैयार

Team India

गंभीर ने कोच बनने के तुरंत बाद खिलाड़ियों के लिए 10 अहम निर्देश जारी किए, जिनमें घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य, दौरे पर अनुशासन और टीम हित को सर्वोपरि रखने जैसे नियम शामिल हैं। उनका अगला कदम एक युवा टीम इंडिया (Team India) तैयार करना है।

इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले रोहित और कोहली को टीम इंडिया (Team India) से बाहर करने की योजना गंभीर और चयनकर्ताओं के चेयरमैन अजीत अगरकर ने बनाई, जिसे दोनों को सूचित भी किया गया। इसके कुछ ही दिन बाद दोनों ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

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कोच की सत्ता, कप्तान की भूमिका सीमित

भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी कोच ने इतने बड़े सितारों के टीम इंडिया (Team India) से बाहर होने में अहम भूमिका निभाई हो। पहले रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ जैसे कोचों ने कप्तानों को नेतृत्व की छूट दी थी, लेकिन गंभीर इस ट्रेंड को पलटना चाहते हैं।

अब जब रोहित, कोहली और अश्विन जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं, तो टीम इंडिया (Team India) की कमान पूरी तरह गंभीर के हाथों में जाती दिख रही है, और वे चयन से लेकर रणनीति तक हर फैसले में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।

सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही बन सकते हैं रोड़ा

गंभीर की ‘दादागिरी’ के आगे फिलहाल सिर्फ एक नाम है जो रुकावट बन सकता है—जसप्रीत बुमराह। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर फिटनेस मुद्दा न होता तो बुमराह को टीम इंडिया (Team India) का टेस्ट कप्तान बनाया जाता। रोहित के कार्यकाल में वे उप-कप्तान भी रह चुके हैं।

बुमराह विदेशी धरती पर टीम इंडिया (Team India) की अगुआई भी कर चुके हैं। उनका अनुभव और तेज गेंदबाजी में योगदान गंभीर की रणनीति के लिए चुनौती बन सकता है, लेकिन कार्यभार प्रबंधन के चलते उन्हें कप्तानी नहीं दी जा रही।

गंभीर की ये नीति भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा दे सकती है, लेकिन सवाल यह है कि क्या टीम इंडिया (Team India) अब कोच के इशारों पर चलेगी? या फिर बुमराह जैसे खिलाड़ी इस संतुलन को बनाए रख पाएंगे?

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