सर्राफा बाजार में सोने की कीमत धीरे धीरे गिरती जा रही है. एमसीएक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाला सोना गिरावट के साथ 50,653 प्रति 10 ग्राम पर आ गया. वहीं, चांदी बताए हुए भाव से गिरकर 61,512 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया है. एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि भारत में 17 अक्टूबर से नवरात्रि की शुरुआत होने से देश में त्योहारी सीजन का शुरू हो गया है. इससे देश में सोने की हाजिर मांग बढ़ने का अनुमान है. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगर अमेरिकी डॉलर में तेजी बकरार रहती हैं तो घरेलू बाजार में भी सोने की कीमतें और गिर सकती है.
सोना हुआ सस्ता
अगस्त में सोना 56,200 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था, जबकि चांदी 80,000 प्रति किलोग्राम के करीब पहुंची थी. वहां से अब तक सोना 5,547 रुपये प्रति दस ग्राम सस्ता हो चुका है. जबकि चांदी में 18,488 हजार रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतों में झुकाव
विश्व स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट आई है. सोना 0.1% गिरकर 1,906.39 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. इस सप्ताह अब तक सोने के दाम 2 फीसदी से ज्यादा गिर गए हैं. अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.2% गिरकर 24.26 डॉलर प्रति औंस पर आ गई, जबकि प्लेटिनम 0.2% बढ़कर 866.05 डॉलर हो गयी.
अभी भी हो सकती है सोने में गिरावट
बीते 7 अगस्त को सोने का भाव सर्राफा बाजार में 56200 थी. सोने के दाम कई फैक्टर्स पर निर्भर करते हैं इसलिए यह सिर्फ कयास ही है कि सोना सस्ता हो सकता है. क्योंकि तमाम देश अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं. विशेषज्ञों का माने तो अगले साल तक डॉलर में मजबूती के साथ सोने के दाम में अचानक तेजी देखने को मिल सकती है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने में सुरक्षित निवेश से मांग बढ़ने का अनुमान है क्योंकि अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं. इसीलिए डॉलर में भी तेजी के आसार हैं. भारत में 17 अक्टूबर से नवरात्रि की शुरुआत होने से देश में त्योहारी सीजन का आगाज होगा. इससे देश में सोने की हाजिर मांग बढ़ने का अनुमान है. अमेरिकी डॉलर में मजबूती और अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज को लेकर अनिश्चितता के बीच सोने के दामों में गिरावट रही.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वो एक और राहत पैकेज के इच्छुक हैं, लेकिन सीनेट के प्रमुख नेता मिच मैककोनेल ने इसे अस्वीकार कर दिया. 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिकी प्रोत्साहन सौदा पारित होने की संभावनाओं के बीच अनिश्चितता के बीच इस महीने सोना एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है.