कोविड-19 की वजह से अलग-अलग राज्यों में लागू लॉकडाउन और अधिकांश ज्वेलरी स्टोर्स के बंद रहने की वजह से भारत में गोल्ड डीलर्स इस हफ्ते भारी डिस्काउंट देते नजर आए।
भारत में फिजिकल गोल्ड की डिमांड बहुत मामूली स्तर पर रही। न्यूज एजेंसी Reuters की एक रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में गोल्ड डीलर्स ने ऑफिशियल गोल्ड प्राइस पर प्रति औंस 10 डॉलर का डिस्काउंट ऑफर दिया जो 2020 के सितंबर मध्य के बाद का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
बता दें कि भारत में गोल्ड की कीमतों में 10.75 फीसदी का आयात शुल्क और 3 फीसदी का जीएसटी भी शामिल होता है। गोल्ड डीलर्स की राय है कि कुछ राज्यों में अगले महीनों से धीरे-धीरे अनलॉकिंग शुरु होने से गोल्ड की मांग में बढ़त देखने को मिल सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आकंड़ों के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 173,790 नए मामले मिले है जो पिछले 45 दिन में हुई सबसे कम दैनिक आंकड़ा है।
शुक्रवार को एमसीएक्स गोल्ड फ्यूचर्स 48600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर सेटल हुआ था। इसके पिछले हफ्ते सोना 49,000 के स्तर पर था। इसी तरह शुक्रवार यानी कल एमसीएक्स पर सिल्वर फ्यूचर्स गिरावट के साथ 71530 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था।
भारत में गोल्ड की कीमतों में इस साल मार्च के 44000 के स्तर से फिर बढ़ोतरी आई है। भारत में गोल्ड की कीमतों पर ग्लोबल स्तर पर गोल्ड की बढ़ती कीमतों का असर देखने कोमिल रहा है। शुक्रवार को गोल्ड का ग्लोबल रेट 1900 डॉलर प्रति औंस के ऊपर चला गया। अमेरिका में एक बार फिर महंगाई बढ़ने की आशंका के चलते सोने की कीमतों में मजबूती आ रही है।
पिछले कुछ हफ्तों से गोल्ड की इंटरनेशनल प्राइसेस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और इस महीने में इसमें 7 फीसदी की बढ़ोतरी आई है।
Emkay Global Financial Services के राहुल गुप्ता का कहना है कि सोने में लगातार मजबूती आती दिख रही है। आगे भी इसकी सेफ हेवन डिमांड बनी रहेगी। अगर कुछ कारोबारी सत्रों में गोल्ड की कीमतें 49000 रुपए के ऊपर बनी रहती है तो हमें इसमें और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी लेकिन अगर यह इस स्तर के ऊपर टिके रहने में कामयाब नहीं रहता है तो फिर हमें गोल्ड में नीचे की तरफ 48000/47500 रुपए का स्तर देखने को मिल सकता है।